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Brokerage Radar: ब्रोकरेज ने इन 3 शेयरों पर जारी की रिपोर्ट, कौन सा खरीदें, कौन सा बेचें? पहले जानें टारगेट प्राइस

Brokerage Radar: ब्रोकरेज फर्मों के रडार पर आज 11 अक्टूबर को कम से कम 3 शेयर हैं। इनमें बंधन बैंक, क्रेडिट एक्सेस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) शामिल हैं। ब्रोकरेज की रिपोर्ट के चलते ये तीनों शेयर आज के कारोबार के दौरान फोकस में बने हुए हैं। एनालिस्ट्स दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद मोटे तौर पर TCS के शेयर को लेकर बुलिश दिखाई दे रहे हैं

Moneycontrol Newsअपडेटेड Oct 11, 2024 पर 9:48 AM
Brokerage Radar: ब्रोकरेज ने इन 3 शेयरों पर जारी की रिपोर्ट, कौन सा खरीदें, कौन सा बेचें? पहले जानें टारगेट प्राइस
Brokerage Radar: मोतीलाल ओसवाल ने TCS के शेयर को खरीदने की सलाह दी है

Brokerage Radar: ब्रोकरेज फर्मों के रडार पर आज 11 अक्टूबर को कम से कम 3 शेयर हैं। इनमें बंधन बैंक, क्रेडिट एक्सेस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) शामिल हैं। ब्रोकरेज की रिपोर्ट के चलते ये तीनों शेयर आज के कारोबार के दौरान फोकस में बने हुए हैं। एनालिस्ट्स दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद मोटे तौर पर TCS के शेयर को लेकर बुलिश दिखाई दे रहे हैं। हालांकि क्रेडिट एक्सेस में उन्हें आगे गिरावट की आशंका हैं। आइए जानते हैं एनालिस्ट्स ने इन शेयरों क्या टारगेट प्राइस दिए हैं-

Bandhan Bank पर जेफरीज की राय

ब्रोकरेज ने बंधन बैंकके शेयर को खरीदने की सलाह दी है और इसके लिए 240 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि बैंक में पार्था सेनगुप्ता की MD और CEO के रूप में नियुक्ति को सकारात्मक माना जा रहा है। पार्था सेनगुप्ता ने पश्चिम बंगाल में भी काम किया है, जो बैंक के लिए एक अहम बाजार है। बैंक को CGFMU क्लेम के तहत ₹320 करोड़ मिलेंगे, जिसमें ₹230 करोड़ की रिकवरी भी शामिल है। इससे मुनाफे में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, बैंक का वैल्यूएशन भी आकर्षक लग रहा है।

Credit Access पर नोमुरा की राय

ब्रोकरेज ने क्रेडिट एक्सेस के शेयर की रेटिंग को 'न्यूट्रल' से घटाकर 'रिड्यूस' कर दिया है और इसका टारगेट प्राइस 950 रुपये प्रति शेयर रखा है। ब्रोकरेज ने कहा कि आने वाले महीनों में महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड में विधानसभा चुनावों के चलते इसके कारोबार की गति धीमी हो सकती है। सके साथ ही डिस्बर्समेंट और एयूएम ग्रोथ में गिरावट देखी जा रही है। एमएफआई सेक्टर में कई चुनौतियां हैं, और नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) के बढ़ने की वजह से इंटरेस्ट आय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

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