साल 2022 में भारतीय इक्विटी बाजार ने दुनिया भर के अन्य शेयर बाजारों से बेहतर प्रदर्शन किया। ऐसा काफी हद तक भारतीय अर्थव्यवस्था के विश्व स्तर पर अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर स्थिति में होने के कारण हो पाया है। अन्य विकसित शेयर बाजारों के विपरीत भारत में मंदी अभी तक चिंताजनक स्तर पर नहीं पहुंची है। यहां महंगाई भी फिलहाल नियंत्रण में है। अधिकांश ब्रोकिंग फर्मों को उम्मीद है कि यह ट्रेंड 2023 में भी जारी रहेगा। लेकिन मजबूत मैक्रोज आवश्यक रूप से शेयर बाजार के लिए बड़े उलटफेर में तब्दील नहीं भी हो सकते हैं। ब्रोकरेज नये साल में घरेलू सेक्टर्स और कंपनियों से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहे हैं।