नुवामा कैपिटल मार्केट्स (Nuvama Capital Markets) के प्रेसीडेंट और हेड शिव सहगल का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में इक्विटी मार्केट की कहानी दो हिस्सों में बंटी दिखेगी। वर्तमान के लिए धीमी पड़ती ग्रोथ सबसे बड़ी बाधा है। वहीं वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ब्याज दरों के पीक पर होने, मैक्रो चुनौतियों में कमी और बेहतर बैलेंस शीट से बाजार को सपोर्ट मिलेगा। फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री और इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट का करीब दो दशकों का अनुभव रखने वाले शिव सहगल को एक्स्पोर्ट आधारित शेयरों की तुलना में ऐसे स्टॉक पसंद हैं जो घरेलू इकोनॉमी पर निर्भर हैं। उनका कहना है कि हमारी घरेलू इकोनॉमी में ग्लोबल इकोनॉमी की तुलना में ज्यादा मजबूती देखने को मिलेगी। ऐसे में हमारा फोकस घरेलू इकोनॉमी से जुड़े शेयरों पर होना चाहिए।