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Daily Voice : भारतीय बाजार दूसरे उभरे बाजारों के तुलना में महंगे, मिड और स्मॉल कैप अभी भी बहुत महंगे नहीं

Daily Voice : शांतनु भार्गव ने कहा कि भारतीय बाजारों से एफआईआई के निवेश पर अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में बढ़त जियोपोलिटकल स्थितयों का असर पड़ेगा। इनके कारण निवेशको में जोखिम से बचने और सुरक्षित निवेश विकल्पों पर दांव लगाने की भावना बढ़ी है। मध्य पूर्व में युद्ध के विस्तार की आशंकाओं के कारण ग्लोबल मार्केट में हाल के दिनों में बिकवाली आई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 30, 2023 पर 4:20 PM
Daily Voice : भारतीय बाजार दूसरे उभरे बाजारों के तुलना में महंगे, मिड और स्मॉल कैप अभी भी बहुत महंगे नहीं
Daily Voice : अगर मध्य-पूर्व की लड़ाई तेज़ हो जाती है और मध्य पूर्व के दूसरे देशों में फैल जाती है तो बाजार में भारी बिकवाली आ सकती है। ऐसे में उभरते बाजारों से साथ ही तमाम विकसित बाजारों में भी बिकवाली आ सकती हैं

Daily Voice : शिखर से हाल में आए 6 फीसदी के करेक्शन के बाद भी भारतीय बाजार दूसरे उभरते बाजारों की तुलना में काफी ज्यादा प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। जब हम ब्रॉडर मार्केट के वर्तमान वैल्यूएशन की तुलना इसके ऐतिहासिक एवरेज से करते हैं तो यह अभी भी सस्ता नजर आ रहा है। एमएससीआई ईएम इंडेक्स अपने लॉन्ग टर्म एवरेज से डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है। ये बातें वाटरफील्ड एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक शांतनु भार्गव ने मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में कही हैं।

शांतनु भार्गव की राय है कि खराब मैक्रो इकोनॉमिक और जियोपोलिटिकल स्थितियों, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल, छुट्टियों और शादी के मौसम के दौरान कंज्यूमर सेंटीमेंट की स्थिति, एफआईआई निवेश जैसे फैक्टर्स के मिलेजुले असर के कारण आने वाले महीनों में बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ने का अनुमान है। बाजार की चाल पर आरबीआई नीति, कंपनियों के नतीजे और चुनावों के नतीजे का भी असर होगा।

बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली पर बात करते हुए शांतनु भार्गव ने कहा कि भारतीय बाजारों में एफआईआई के निवेश पर अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में बढ़त और जियोपोलिटकल स्थितियों का असर पड़ेगा। इनके कारण निवेशको में जोखिम से बचने और सुरक्षित निवेश विकल्पों पर दांव लगाने की भावना बढ़ी है। मध्य पूर्व में युद्ध के विस्तार की आशंकाओं के कारण ग्लोबल मार्केट में हाल के दिनों में बिकवाली आई है। अगर ये लड़ाई तेज़ हो जाती है और मध्य पूर्व के दूसरे देशों में फैल जाती है तो बाजार में भारी बिकवाली आ सकती है। ऐसे में उभरते बाजारों से साथ ही तमाम विकसित बाजारों में भी बिकवाली आ सकती हैं।

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