बिकवाली की आंधी में इस साल 2025 में म्यूचुअल फंड्स, बैंकों, बीमा कंपनियों और रिटायरमेंट फंड्स को निवेश का तगड़ा मौका दिखा और भारतीय स्टॉक मार्केट में ₹3 लाख करोड़ से अधिक के शेयर खरीद लिए। वर्ष 2007 के बाद से यह दूसरा सबसे बड़ा निवेश है। वर्ष 2007 के बाद इससे अधिक निवेश सिर्फ वर्ष 2024 में ही आया था। हालांकि छमाही लेवल पर तो इस साल निवेश का रिकॉर्ड बन गया। अभी इस साल छह महीने से अधिक समय बाकी है और एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि म्यूचुअल फंड्स और खुदरा निवेशकों के निवेश का मजबूत रुझान आगे भी जारी रहेगा।