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DIIs ने शेयरों में डाले धड़ाधड़ ₹3 लाख करोड़, 18 साल की दूसरी सबसे बड़ी खरीदारी

म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds), बैंक, बीमा कंपनियों और रिटायरमेंट फंड्स ने इस साल 2025 में अब तक भारतीय स्टॉक मार्केट में ₹3 लाख करोड़ से अधिक डाले हैं। इससे अधिक भारी निवेश इससे पहले वर्ष 2024 में आया था और इससे पहले वर्ष 2007 में। हालांकि छमाही निवेश के मामले में तो रिकॉर्ड कायम हुआ है

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jun 10, 2025 पर 12:22 PM
DIIs ने शेयरों में डाले धड़ाधड़ ₹3 लाख करोड़, 18 साल की दूसरी सबसे बड़ी खरीदारी
बिकवाली की आंधी में इस साल 2025 में म्यूचुअल फंड्स, बैंकों, बीमा कंपनियों और रिटायरमेंट फंड्स को निवेश का तगड़ा मौका दिखा और भारतीय स्टॉक मार्केट में ₹3 लाख करोड़ से अधिक के शेयर खरीद लिए।

बिकवाली की आंधी में इस साल 2025 में म्यूचुअल फंड्स, बैंकों, बीमा कंपनियों और रिटायरमेंट फंड्स को निवेश का तगड़ा मौका दिखा और भारतीय स्टॉक मार्केट में ₹3 लाख करोड़ से अधिक के शेयर खरीद लिए। वर्ष 2007 के बाद से यह दूसरा सबसे बड़ा निवेश है। वर्ष 2007 के बाद इससे अधिक निवेश सिर्फ वर्ष 2024 में ही आया था। हालांकि छमाही लेवल पर तो इस साल निवेश का रिकॉर्ड बन गया। अभी इस साल छह महीने से अधिक समय बाकी है और एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि म्यूचुअल फंड्स और खुदरा निवेशकों के निवेश का मजबूत रुझान आगे भी जारी रहेगा।

DIIs में बैंकों ने की बिकवाली

डीआईआई ने पिछले साल 2024 में इक्विटी में रिकॉर्ड ₹5.23 लाख करोड़ का रिकॉर्ड निवेश किया था। इसकी तुलना में डीआईआई ने वर्ष 2023 में ₹1.82 लाख करोड़ और वर्ष 2022 में ₹2.76 लाख करोड़ भारतीय शेयरों में डाले थे। इस साल भी डीआईआई लगातार भारतीय मार्केट को सपोर्ट किए हैं। मार्च और अप्रैल में रफ्तार सुस्त पड़ी लेकिन फिर मई में ₹66000 करोड़ के ताबड़तोड़ निवेश से उन्होंने वापसी की और जून में भी अब तक ₹29,000 करोड़ की शॉपिंग कर डाली। डीआईआई में भी बात करें तो सबसे अधिक म्यूचुअल फंड्स ने इस साल ₹1.98 लाख करोड़ से अधिक के शेयरों की नेट खरीदारी की। मासिक एसआईपी का इनफ्लो ₹25000 करोड़ के पार चला गया है। वहीं दूसरी तरफ बैंकों ने खरीदारी से अधिक बिकवाली की और ₹9450 करोड़ की नेट निकासी कर ली तो दूसरी तरफ इंश्योरेंस कंपनियों ने ₹42,220 करोड़ और पेंशन फंडों ने ₹17,543 करोड़ की नेट खरीदारी की।

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