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Divi's Labs Shares: सिटी ने दिया ₹6000 के पार का टारगेट, 8% से अधिक उछलकर शेयर पहुंचे रिकॉर्ड हाई पर

Divi's Labs Shares: फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी डिविस लैब को कवर करने वाले 28 एनालिस्ट्स में से 9 ने इसे खरीदारी की रेटिंग दी है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सिटी ने अब इसकी कवरेज शुरू की और निवेश के लिए जो टारगेट प्राइस फिक्स किया है, वह बाकी सभी एनालिस्ट्स के टारगेट से अधिक है। इसके अलावा पहली बार 6 हजार रुपये से अधिक का टारगेट दिया है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Oct 09, 2024 पर 3:56 PM
Divi's Labs Shares: सिटी ने दिया ₹6000 के पार का टारगेट, 8% से अधिक उछलकर शेयर पहुंचे रिकॉर्ड हाई पर
Divi's Labs अपने सप्लाई चेन को डाईवर्सिफाई कर रही है। इसके अलावा कंपनी डायबिटीज को लेकर GLP-1 (ग्लूकागोन-लाइक पेप्टाइड 1) APIs बना रही है जिससे वर्ष 2030 तक इसके लिए 80 करोड़ के रेवेन्यू का मौका बन सकता है।

Divi's Labs Shares: वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सिटी ने फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी डिविस लैब की कवरेज शुरू की। इसके अलावा निवेश के लिए जो टारगेट प्राइस फिक्स किया है, वह बाकी सभी एनालिस्ट्स के टारगेट से अधिक है। इसका डिविस लैब के शेयरों पर तगड़ा पॉजिटिव असर दिख रहा है और यह 8 फीसदी से अधिक उछल गया। मुनाफावसूली के बावजूद यह अपनी तेजी बनाए हुए है। आज BSE पर यह 7.68 फीसदी की बढ़त के साथ 5972.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 8.69 फीसदी उछलकर 6028.95 रुपये के भाव पर पहुंच गया था जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड हाई है।

Divi's Labs में निवेश के लिए क्या है हाइएस्ट टारगेट?

डिविस लैब्स को कवर करने वाले 28 एनालिस्ट्स में से 9 ने इसे खरीदारी की रेटिंग दी है तो 6 ने होल्ड और 13 ने सेल रेटिंग दी है। सिटी की बात करें तो इसने खरीदारी की रेटिंग के साथ डिविस लैब्स की कवरेज शुरू की है और 6400 रुपये का टारगेट प्राइस फिक्स किया है। सिर्फ सिटी ने ही इसे 6000 रुपये से अधिक का टारगेट दिया है। ब्रोकरेज का का कहना है कि कंपनी अपने सप्लाई चेन को डाईवर्सिफाई कर रही है। इसके अलावा कंपनी डायबिटीज को लेकर GLP-1 (ग्लूकागोन-लाइक पेप्टाइड 1) APIs बना रही है जिससे वर्ष 2030 तक इसके लिए 80 करोड़ के रेवेन्यू का मौका बन सकता है। हालांकि ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि अगर कस्टम सिंथेसिस बिजनेस को यह बढ़ा नहीं पाई तो इसके शेयर 5100 रुपये तक टूट सकते हैं।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

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