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अमेरिकी मार्केट में लगातार तीन दिनों से रौनक, Dow Jones में हुई 55% रिकवरी

लंबे समय से अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती का इंतजार किया जा रहा है। अब कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं, जिसने स्टॉक मार्केट में बहार ला दी। लगातार तीन कारोबारी दिनों में डाऊ जोन्स (Dow Jones) कुछ समय पहले की गिरावट में से 55% रिकवर हो गया। जानिए किन आंकड़ों पर दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी है और इससे जुड़ा ऐलान कब होगा?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Nov 26, 2025 पर 11:19 AM
अमेरिकी मार्केट में लगातार तीन दिनों से रौनक, Dow Jones में हुई 55% रिकवरी
डाऊ जोन्स (Dow Jones) लगातार तीन कारोबारी दिनों में 1360 प्वाइंट्स उछलकर कुछ समय पहले 2500 प्वाइंट्स की गिरावट में से 55% रिकवर हो चुका है।

अमेरिकी मार्केट में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन रौनक रही। अमेरिकी फेड की दरों में कटौती की उम्मीदों ने हालिया बिकवाली के रुझान को पलट दिया और डाऊ जोन्स (Dow Jones) कारोबारी सत्र के निचले स्तरों से 800 प्वाइंट्स रिकवर होकर 650 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। लगातार तीन कारोबारी दिनों में यह 1360 प्वाइंट्स उछलकर कुछ समय पहले 2500 प्वाइंट्स की गिरावट में से 55% रिकवर हो चुका है। एसएंडपी 500 (S&P 500) और नास्डाक (Nasdaq) भी मंगलवार को शुरुआत में कमजोर दिखे लेकिन फिर इनमें रिकवरी हुई और एसएंडपी 500 दिन के आखिरी में 0.9% तो नास्डाक 0.7% की बढ़त के साथ बंद हुआ। नास्डाक को मेटा, अल्फाबेट और एमेजॉन की मजबूती से सपोर्ट मिला। हालांकि एनवीडिया के शेयरों को अल्फाबेट से बढ़ते कॉम्पटीशन की चिंता पर 2.5% का झटका लगा।

ब्याज दरों में कटौती की क्यों बढ़ी उम्मीदें?

मैक्रो आंकड़ों ने फेड की दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ाया है। काफी देरी से आए सितंबर के प्रोड्यूसर प्राइस इंफ्लेशन के आंकड़े उम्मीद के मुताबिक आई जबकि कोर पीपीआई उम्मीद से कम रही। वहीं रिटेल सेल्स मासिक आधार पर अनुमान से कम रही लेकिन ऑटो सेल्स को हटाकर यह उम्मीद के मुताबिक ही रही। उपभोक्ता विश्वास अप्रैल के बाद सबसे निचले स्तर पर गया और उम्मीदों से भी कम रहा।

वहीं कंज्यूमर कॉन्फिडेंस अप्रैल के बाद सबसे निचले स्तर पर गया और उम्मीदों से भी कम रहा। लेबर मार्केट में भी कमजोरी के और संकेत मिले, क्योंकि ADP की प्राइवेट पेरोल रिपोर्ट में सामने आया कि पिछले चार हफ्तों में कंपनियों ने हर हफ्ते औसतन 13,500 नौकरियां गंवाईं, जबकि पिछली रिपोर्ट में यह आंकड़ा प्रति सप्ताह 2,500 था। ये उन कुछ फाइनल डेटा में से हैं, जो 10 दिसंबर को फेड की पॉलिसी मीटिंग से पहले जारी हुए हैं। ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स अक्टूबर का सीपीआई डेटा नहीं जारी करेगा जबकि नवंबर का आंकड़ा नीतिगत फैसले के बाद 18 दिसंबर को जारी होंगे।

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