Get App

बजट 2025 पर एक्सपर्ट्स की राय, 'मध्यम वर्ग को कर राहत के अलावा बाजार के लिए बजट में कुछ नहीं है खास'

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि हालांकि सरकार का राजकोषीय अनुशासन एक सकारात्मक कदम है,लेकिन बाजार को मजबूत ग्रोथ ओरिएंटेड उपायों की उम्मीद थी। बाजार निवेश को बढ़ावा देने के लिए और अधिक ठोस कदमों की उम्मीद कर रहा था

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 01, 2025 पर 7:20 PM
बजट 2025 पर एक्सपर्ट्स की राय, 'मध्यम वर्ग को कर राहत के अलावा बाजार के लिए बजट में कुछ नहीं है खास'
आनंद राठी एडवाइजर्स के सीईओ समीर बहल ने कहा कि मध्यम वर्ग पर फोकस करने से घरेलू उपभोग,बचत और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे इस सेक्टर में सौदेबाजी की गतिविधि बढ़ेगी।

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2025 पेश किए जाने के बाद इक्विटी बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। निवेशकों ने कर राहत उपायों के अलावा अन्य घोषणाओं पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। बढ़त के साथ खुलने वाले सेंसेक्स और निफ्टी बाद में वोलेटाइल हो गए। अंत सेंसेक्स 494.1 अंक गिरकर 77,006.47 पर और एनएसई निफ्टी 162.35 अंक गिरकर 23,346.05 पर बंद हुआ। बाजार जानकारों ने इस गिरावट के लिए बजट में कैपिटल मार्केट के लिए किसी बड़े प्रोत्साहन के अभाव और कई अहम सेक्टरों के लिए कम सरकारी आवंटन की चिंताओं को जिम्मेदार ठहराया।

लेमन मार्केट्स डेस्क के सतीश चंद्र अलूरी ने कहा," मध्यम वर्ग को मिले कर राहत को छोड़ दें तो बजट बाजार के लिए निराशाजनक रहा, जिससे शुरुआती बढ़त गायब हो गई। मीडियम और स्मॉल-कैप शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। पूंजीगत व्यय में नरमी के कारण इंफ्रा और कैपिटल गुड्स शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। पीएसयू शेयरों,विशेष रूप से रेलवे और डिफेंस में उच्च आवंटन की उम्मीदों पर दिन के शुरुआत में तेजी आई थी । लेकिन बजट से उम्मीदें टूटने के बाद इनमें गिरावट आई।"

मध्यम वर्ग को कर में मिली राहत

एक महत्वपूर्ण कदम के तहत सीतारमण ने घोषणा की कि अब सालाना 12 लाख रुपये तक की आय वाले व्यक्तियों को आयकर से छूट दी जाएगी, साथ ही खर्च योग्य आय को बढ़ाने के उद्देश्य से स्ट्रक्चर्ड स्लैब प्रणाली भी लागू की जाएगी। एक्सिस सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ प्रणव हरिदासन ने कहा, "मध्यम वर्ग के लिए बहुत जरूरी आयकर राहत से उपभोग और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। सिक्योरिटी लेनदेन कर या पूंजीगत लाभ कर में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जो बाजार की उम्मीदों के अनुरूप है।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें