जेफरीज़ (Jefferies) के विश्लेषकों ने अपनी एशिया प्रशांत रिपोर्ट में कहा है कि भारत में विदेशी निवेशकों की पोजीशन इस समय काफी हल्की हो गई है। ऐसे में वे किसी करेक्शन को खरीदारी के मौके के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। उनका मानना है कि भारत का इकोनॉमिक आउटलुक काफी मजबूत है। देश की इकोनॉमी लगभग 7 फीसदी की मल्टी ईयर जीडीपी ग्रोथ के साथ काफी 'मजबूत' है। देश विस्तार योजनाओं पर होने वाला पूंजीगत व्यय चक्र शुरू हो चुका है। आगे इसमें और तेजी आती दिखेगी। इन विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में निफ्टी की रेवेन्यू ग्रोथ रेट 15 फीसदी के आसपास रह सकती है।