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FPI Investment in India: भारतीय कंपनियों से विदेशी निवेशक निकाल रहे पैसा, मजबूत डॉलर ने बिगाड़ा सेंटिमेंट

FPI Investment in India: मजबूत डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड बढ़ने के चलते विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 26, 2022 पर 2:13 AM
FPI Investment in India: भारतीय कंपनियों से विदेशी निवेशक निकाल रहे पैसा, मजबूत डॉलर ने बिगाड़ा सेंटिमेंट
घरेलू मार्केट के लिए स्थिति अभी भी पॉजिटिव है क्योंकि इस पूरे महीने अब तक एफपीआई नेट बॉयर्स है यानी कि बिकवाली से अधिक खरीदारी हुई है।

FPI Investment in India: मजबूत डॉलर और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड बढ़ने के चलते विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं। मौजूदा मैक्रोइकनॉमिक परिस्थितियों के चलते भारतीय बाजार में FPI (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) का निवेश प्रभावित हो रहा है। एफपीआई का निवेश बहुत उतार-चढ़ाव भरा दिख रहा। पिछले कारोबारी सप्ताह 19 सितंबर से 23 सितंबर की बात करें तो एफपीआई ने भारतीय शेयरों में निवेश से अधिक बिकवाली की।

ओवरऑल बात करें तो घरेलू मार्केट के लिए स्थिति अभी भी पॉजिटिव है क्योंकि इस पूरे महीने अब तक एफपीआई नेट बॉयर्स है यानी कि बिकवाली से अधिक खरीदारी हुई है। हालांकि अगस्त के मुकाबले सितंबर में अब तक निवेश कम हुआ है।

अगस्त में एफपीआई ने किया था इस साल का रिकॉर्ड निवेश

एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड) के मुताबिक सितंबर 2022 में 23 सितंबर तक घरेलू इक्विटी मार्केट में 8638 करोड़ रुपये निवेश हैं। हालांकि इसके एक हफ्ते 16 सितंबर तक एफपीआई का निवेश 12084 करोड़ रुपये का था। अगस्त की बात करें तो पिछले महीने एफपीआई ने इस साल की रिकॉर्ड खरीदारी की थी।

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