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Hindenburg के झटके से बदल गई अदाणी की योजना, फंडिंग स्ट्रैटजी में भी बदलाव

हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट के चलते अडाणी ग्रुप (Adani Group) को अपने लक्ष्य और स्ट्रैटजी में काफी बदलाव करना पड़ा है। अदाणी ग्रुप पहले कई और सेक्टर्स में एंट्री मारने वाला था लेकिन अब यह इस योजना से पीछे हट गया। इसके अलावा फंडिंग की स्ट्रैटजी में भी बदलाव हुआ है। जानिए अब क्या बदलाव हुआ है और इन सबकी जरूरत क्यों पड़ी

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 30, 2023 पर 2:14 PM
Hindenburg के झटके से बदल गई अदाणी की योजना, फंडिंग स्ट्रैटजी में भी बदलाव
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया गया था। अदाणी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था लेकिन शेयर झटके से नहीं बच सके। ऐसे में अदाणी ग्रुप को अपनी स्ट्रैटजी पर फिर से विचार करना पड़ा क्योंकि निवेशकों में इसकी सेहत को लेकर डर बैठ गया।

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट ने अडाणी ग्रुप (Adani Group) की मुश्किलें इस कदर बढ़ाई कि अब इसने अपने लक्ष्य और स्ट्रैटजी में काफी बदलाव किया है। अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी (Gautam Adani) की कुछ सेक्टर्स में एंट्री की योजना थी लेकिन ब्लूमबर्ग को सूत्रों के हवाले से पता चला है कि अब यह योजना बदल गई है। सूत्रों के मुताबिक अब ग्रुप पेट्रोकेमिकल्स सेगमेंट में एंट्री से पीछे हट रही है और मुंदड़ा में ग्रीनफील्ड कोल-टू-पॉलीविनाइल क्लोराइड के 400 करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट पर भी आगे बढ़ने के आसार फिलहाल नहीं दिख रहे हैं। इसके अलावा कंपनी एलुमिनियम, स्टील और रोड प्रोजेक्ट्स में भी और आगे बढ़ने से पीछे हट रही है।

फिर क्या है अदाणी का योजना

अदाणी की योजना अब कोर प्रोजेक्ट्स पर फोकस करने की है। इसके तहत अब पॉवर जेनेरेशन, पोर्ट्स और ग्रीन एनर्जी पर फोकस है। इन कोर एरिया में भी स्ट्रैटजी बदल गई है। कुछ महीने पहले अदाणी ग्रुप ने एनडीटीवी को खरीद लिया था और उस समय ग्रुप ने कहा था कि यह देश का अपना फाइनेंशियल टाइम्ज या अलजजीरा बनाने की दिशा में पहला कदम है। हालांकि अब सूत्रों का कहना है कि ग्रुप मीडिया सेगमेंट में और कोई खरीदारी नहीं करेगा।

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