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HCL Share Price: नतीजे के अगले दिन 9% टूटे शेयर, इंट्रा-डे में 10 साल की सबसे बड़ी गिरावट

HCL Share Price: एक कारोबारी दिन पहले जब मार्केट ढह रहा था तो एचसीएल के शेयर नतीजे आने से पहले रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे। अब जब नतीजे आ चुके हैं और इसका मुनाफा-रेवेन्यू बढ़ा है तो इसके शेयर इंट्रा-डे में 10 साल में सबसे तेज गिरे हैं। जानिए इस भारी गिरावट की वजह क्या है और ब्रोकरेज का क्या कहना है?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jan 14, 2025 पर 3:41 PM
HCL Share Price: नतीजे के अगले दिन 9% टूटे शेयर, इंट्रा-डे में 10 साल की सबसे बड़ी गिरावट
HCL Share Price: देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएलटेक के शेयरों में दिसंबर तिमाही के नतीजे के बाद आज जोरदार गिरावट आई है

HCL Share Price: देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएलटेक के शेयरों में दिसंबर तिमाही के नतीजे के बाद आज जोरदार गिरावट आई है। एक कारोबारी दिन पहले नतीजे आने के पहले इसके शेयर उछलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे। हालांकि अब जब नतीजे आ चुके हैं तो आज इसके शेयर 9 फीसदी से अधिक टूट गए जो इसके शेयरों के लिए करीब 10 साल में सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है। निचले स्तर पर खरीदारी से यह कुछ संभला लेकिन अब भी यह गहरे दबाव में है। दिन के आखिरी में BSE पर यह 8.32 फीसदी की गिरावट के साथ 1820.05 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 9.41 फीसदी फिसलकर 1798.40 रुपये के भाव तक आ गया था।

HCL के शेयर क्यों हुए धड़ाम?

एचसीएलटेक के दिसंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद के मुताबिक ही रहे। हालांकि वित्त वर्ष 2025 को लेकर जो इसने अनुमान लगाया है, वह अपग्रेड होने के बाद भी उससे मार्च तिमाही के नतीजे को लेकर सेंटिमेंट कमजोर हुआ है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस के लोअर एंड को कॉन्स्टैंट करेंसी टर्म में 1 फीसदी बढ़ा दिया है। कंपनी के रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान अब 3.5-5% से बदलकर 4.5-5% हो गया है।

चूंकि अपर बैंड में कोई बदलाव नहीं हुआ है और रेवेन्यू गाइडेंस में बदलाव के बावजूद कंपनी ने मार्जिन गाइडेंस के अनुमान को 18-19 फीसदी पर बनाए रखा है। ऐसे में ब्रोकरेजेज का मानना है कि मार्च तिमाही में ग्रोथ सुस्त रह सकती है। जेफरीज का कहना है कि ग्रोथ गाइडेंस में बदलाव से संकेत मिल रहा है कि टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू के रेवेन्यू में बदलने और डिस्क्रेशनरी स्पेंडिंग को लेकर कंपनी के पॉजिटिव आउटलुक के बावजूद मार्च तिमाही सुस्त रह सकती है।

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