विशेषज्ञों का कहना है कि शेयर बाजार में हालिया गिरावट ने कई अवसर खोले हैं। हालांकि अभी भी तेल की ऊंची कीमतें, कंपनियों के लिए मार्जिन का दबाव, यूक्रेन-रूस युद्ध, वैश्विक मुद्रास्फीति, कुछ हिस्सों में बढ़ते कोविड के मामले और पॉलिसी सख्त होने जैसी विपरीत परिस्थितियां भी मुंह बाये खड़ी हैं।