निम्न ब्याज दर के युग के अंत, नरम मौद्रिक नीति के अभाव, लगातार बने हुए जियोपॉलिटिकल तनाव और दुनिया भर में बढ़ती महंगाई जैसी चुनौतियों के बीच इक्विटी बाजार अपने लिए जगह तलाशता नजर आ रहा है। इस उतार-चढ़ाव भरे इस माहौल में अगले 3-6 महीनों में बाजार में स्थिरता आने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में बाजार इस दौर में वौलेटाइल बना रहेगा। यह बातें Centrum Wealth के देवांग मेहता ने मनीकंट्रोल से हुई एक बातचीत में कहीं।
