कर्ज लागत में बढ़ोतरी और प्रोडक्ट की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते मांग में आ सकने वाली गिरावट की आशंका के चलते भारतीय बाजार में कंज्यूमर ड्युरेबल शेयरों की पिटाई होती नजर आई है। कंज्यूमर ड्युरेबल कंपनियां पहले से ही उत्पादन लागत में बढ़ोतरी की समस्या से जूझ रही हैं।