भारतीय बाजार दूसरे बाजारों की तुलना में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करेंगे। बाजार मंदी, महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और मौद्रिक नीतियों की सख्ती की संभावनाओं को काफी हद तक पचा चुका है। लेकिन ग्रोथ और अर्निंग अनुमानों में कटौती का असर अभी तक बाजार पर नहीं दिखा है। जिसके चलते बाजार अगली तिमाहियों में काफी वौलेटाइल रह सकता है। ये बातें Avendus Capital के वैभव सांघवी ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं।
