Get App

Trump Reciprocal Tariffs: ट्रंप ने इस फार्मूले से तय किए चीन पर 34% और भारत पर 27% टैरिफ रेट

एक ​रिपोर्ट के मुताबिक, इस कैलकुलेशन के बारे में सबसे पहले पोस्ट पत्रकार जेम्स सुरोवेकी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर की। इसे वॉल स्ट्रीट के एनालिस्ट्स ने सपोर्ट किया। ट्रंप प्रशासन ने बाद में पुष्टि की कि उसने इसी कैलकुलेशन का इस्तेमाल किया

Edited By: Ritika Singhअपडेटेड Apr 03, 2025 पर 11:24 PM
Trump Reciprocal Tariffs: ट्रंप ने इस फार्मूले से तय किए चीन पर 34% और भारत पर 27% टैरिफ रेट
अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ उन देशों पर लगाए गए हैं, जो अपने यहां आने वाले अमेरिकी सामान पर टैरिफ लगाते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ या जवाबी टैरिफ (Reciprocal Tariff) की घोषणा आखिरकार कर ही दी। भारत से अमेरिका में आने वाले सामानों पर 27 प्रतिशत का भारी भरकम टैरिफ लगाया गया है। लेकिन यह फिर भी अन्य देशों के मुकाबले कम है। अमेरिका ने बांग्लादेश पर 37 प्रतिशत, चीन पर 54 प्रतिशत (नया 34 प्रतिशत+इस साल पहले लगाए जा चुके 20 प्रतिशत), वियतनाम पर 46 प्रतिशत और थाइलैंड पर 36 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है। ट्रंप ने लगभग 60 देशों पर जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।

अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ उन देशों पर लगाए गए हैं, जो अपने यहां आने वाले अमेरिकी सामान पर टैरिफ लगाते हैं। इन नए टैरिफ की घोषणाओं के बाद लोग यह जानने की कोशिश करने लगे कि आखिर अमेरिका ने टैरिफ के रेट तय कैसे किए हैं। इस सवाल के जवाब में इंटरनेट पर वह फॉर्मूला वायरल हो रहा है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि इसी के बेसिस पर ट्रंप प्रशासन ने जवाबी टैरिफ तय किए हैं। यह फॉर्मूला सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है।

सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा इस्तेमाल की गई कैलकुलेशन बिल्कुल भी रेसिप्रोकल नहीं है। देशों के टैरिफ को डॉलर के हिसाब से मैच करना एक बेहद कठिन काम है। इसमें हर देश के टैरिफ शेड्यूल पर गहनता से विचार करना और प्रोडक्ट्स के एक जटिल व्यूह का मिलान करना शामिल है, जिनमें से प्रत्येक में अलग-अलग वेरिएंट के लिए अलग-अलग चार्ज हैं।

तो आखिर क्या है फॉर्मूला

सब समाचार

+ और भी पढ़ें