भारतीय शेयर बाजारों (Indian Equities) ने साल 2023 में मजबूती का एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। इस साल अब तक घरेलू बाजारों ने बढ़त के मामले में टॉप 10 वैश्विक बाजारों को पीछे छोड़ दिया है। मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स, विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से निवेश जैसे फैक्टर्स के कारण ऐसा हुआ है। दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत, 4.16 लाख करोड़ डॉलर के कैपिटलाइजेशन के साथ 5वें सबसे मूल्यवान बाजार के रूप में मजबूत बनी रही। पिछले वर्ष की तुलना में कैपिटलाइजेशन में 24.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कैपिटलाइजेशन लगातार 5वें साल बढ़ा है।