सेबी के एक नियम के चलते माइक्रो-कैप शेयरों में आज बिकवाली का भारी दबाव दिख रहा है। बीएसई और एनएसई ने 500 करोड़ रुपये कम मार्केट कैप वाली कंपनियों पर निगरानी का दायरा बढ़ा लिया है जिसका झटका शेयरों पर दिख रहा है। एक्सचेंजों ने आज 5 जून से स्मॉल कैप शेयरों में भारी उतार-चढ़ाव को थामने के लिए ही निगरानी बढ़ा दिया है। एनालिस्ट्स के मुताबिक बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने स्मॉल और माइक्रो-कैप कंपनियों में मौजूदा तेजी के बीच यह सुनिश्चित करने के लिए ऐसा नियम लाया है ताकि प्राइस मैनिपुलेशन के चलते खुदरा निवेशक अपने पैसे न गंवाएं।