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Market Outlook : निफ्टी 20950 के आसपास हुआ बंद, जानिए 7 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market Close : अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, आईटी, तेल और गैस और पावर में 1-2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जबकि बैंक और हेल्थ केयर में 0.5 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ बंद हुए हैं। सेंसेक्स 357.59 अंक या 0.52 फीसदी बढ़कर 69,653.73 पर और निफ्टी 82.60 अंक या 0.40 फीसदी की तेजी लेकर 20,937.70 पर बंद हुआ है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 06, 2023 पर 9:18 PM
Market Outlook : निफ्टी 20950 के आसपास हुआ बंद, जानिए 7 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Market news : चार में से तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। इसके चलते बाजार नई ऊंचाई पर पहुंच गया है

Market Outlook : आज 6 दिसंबर को भी बाजार बढ़त लेकर बंद हुआ है। निफ्टी 20,950 के आसपास बंद हुआ है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 357.59 अंक या 0.52 फीसदी बढ़कर 69,653.73 पर और निफ्टी 82.60 अंक या 0.40 फीसदी की तेजी लेकर 20,937.70 पर बंद हुआ है। लगभग 1659 शेयर बढ़े हैं। वही, 1592 शेयर गिरे हैं। जबकि, 82 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। विप्रो, एलटीआईमाइंडट्री, आईटीसी, एलएंडटी और टीसीएस निफ्टी के टॉप गेनर रहे हैं। जबकि अदानी एंटरप्राइजेज, आयशर मोटर्स, सिप्ला, एनटीपीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट निफ्टी के टॉप लूजर रहे हैं।

अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, आईटी, तेल और गैस और पावर में 1-2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जबकि बैंक और हेल्थ केयर में 0.5 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ बंद हुए हैं।

7 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के जयकृष्ण गांधी का कहना है कि चार में से तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। इसके चलते बाजार नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। राजनीतिक अनिश्चितता के कारण शुरुआत में सतर्क रहे एफपीआई भी अब खरीदारी करते दिख रहे हैं। फाइनेंशियल शेयरों और अदानी समूह की कंपनियों ने इस हफ्ते इंडेक्स में आई 3.5 फीसदी की रैली में लीडर की भूमिका निभाई है। देश के अच्छे ग्रोथ आंकड़ों ने भी जोश भर दिया है। कच्चे तेल की कीमतों में हालिया गिरावट ने महंगाई के फिर से बढ़ने की चिंताओं को कम कर दिया है। अगले साल की शुरुआत में अमेरिकी ब्याज दर में कटौती की उम्मीद से विदेशी निवेश भी बढ़ रहा जिससे बाजार में और तेजी आ सकती है।

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