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Market outlook : निफ्टी लगातार 5वें दिन बढ़त के साथ बंद, जानिए 26 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market news : पावर, मेटल, मीडिया और रियल्टी इंडेक्स 0.5-3 फीसदी ऊपर बंद हुए, जबकि एफएमसीजी, पीएसयू बैंक और आईटी 0.5-1 फीसदी नीचे बंद हुए। पावर ग्रिड कॉर्प, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि एलटीआईमाइंडट्री, टेक महिंद्रा, टाटा कंज्यूमर, टाटा मोटर्स और टाइटन कंपनी में गिरावट दर्ज की गई

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 25, 2024 पर 4:29 PM
Market outlook : निफ्टी लगातार 5वें दिन बढ़त के साथ बंद, जानिए 26 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा कि हालांकि बाजार के लिए शॉर्ट टर्म नजरिया सकारात्मक बना हुआ है, लेकिन रैली को आगे बढ़ाने के लिए 26,000 से ऊपर एक निर्णायक ब्रेकआउट की जरूरत है

Stock market: उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में भारतीय इक्विटी इंडेक्स 25 सितंबर को मजबूती के साथ बंद हुए और निफ्टी पहली बार 26,000 से ऊपर बंद हुआ है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 255.83 अंक या 0.30 फीसदी बढ़कर 85,169.87 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 63.80 अंक या 0.25 फीसदी बढ़कर 26,004.20 पर बंद हुआ। आज लगभग 1637 शेयरों में तेजी आई, 2148 शेयरों में गिरावट आई और 104 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

पावर ग्रिड कॉर्प, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि एलटीआईमाइंडट्री, टेक महिंद्रा, टाटा कंज्यूमर, टाटा मोटर्स और टाइटन कंपनी में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 0.5-0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो पावर, मेटल, मीडिया और रियल्टी इंडेक्स 0.5-3 फीसदी ऊपर बंद हुए, जबकि एफएमसीजी, पीएसयू बैंक और आईटी 0.5-1 फीसदी नीचे बंद हुए।

मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि दिन के अधिकांश हिस्से में बाजार बहुत सीमित दायरे में रहा। लेकिन कल की मंथली एक्सपायरी के पहले शॉर्ट पोजीशनों के कटने से अंत में एक छोटी रैली शुरू हुई। इसके कारण बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 85000 और 26000 के अपने मनोवैज्ञानिक स्तरों से ऊपर बंद हुए। हालांकि, मुनाफावसूली के ब्रॉडर मार्केट की कमजोरी इस बात का संकेत हो सकती है कि वैश्विक अनिश्चितता और मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष के कारण मौजूदा रैली को बीच-बीच में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

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