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Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ हुए बंद, जानिए 24 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल

Market trend : जियोजित के वीके विजयकुमार का कहना है कि विदेशी निवेशकों ने फिलहाल अपना रूख दूसरे बाज़ारों की ओर कर लिया है। भारत और दूसरे बाज़ारों के बीच वैल्यूएशन के अंतर ने विदेशी संस्थागत निवेशकों को भारत की जगह दूसरे बाज़ारों में पैसा लगाने और उससे फायदा कमाने का मौका दिया है। जब भारत की कॉर्पोरेट आय में सुधार होने लगेगा,तो स्थितियां बदल जाएंगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 23, 2025 पर 4:40 PM
Market outlook : सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ हुए बंद, जानिए 24 सितंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Stock Market : वत्सल भुवा का कहना है कि मंगलवार को, निफ्टी ने अपने 20-डे ईएमए के पास सपोर्ट लिया और यह अपने 10-डे ईएमए के करीब बंद हुआ। निफ्टी जब तक 50-डे ईएमए यानी 24,900 से ऊपर बना रहेगा तब तक बाजार का रुझान पॉजिटिव बना रहेगा

Stock market : निफ्टी एक्सपायरी के दिन बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बैंकिंग शेयरों में तेजी देखने को मिली है। निफ्टी बैंक बढ़त पर बंद हुआ है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दबाव देखने को मिला है। PSU बैंक, मेटल और ऑटो इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए हैं। FMCG, रियल्टी और IT शेयरों में दबाव देखने को मिला है। सेंसेक्स 58 प्वाइंट गिरकर 82,102 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 33 प्वाइंट गिरकर 25,170 पर बंद हुआ है। बैंक निफ्टी 225 प्वाइंट चढ़कर 55,510 पर बंद हुआ है। मिडकैप 203 प्वाइंट गिरकर 58,497 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली है। निफ्टी के 50 में से 21 शेयरों में बिकवाली रही है। बैंक निफ्टी के 12 में से 9 शेयरों में खरीदारी नजर आई है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि वीकली डेरिवेटिव्स एक्सपायरी से पहले ट्रेडर अपनी पोजीशन एडडस्ट कर रहे हैं, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी के लिए 25,200-25,000 के दायरे में बने रहना अहम होगा। बैंकिंग और ऑटो शेयरों में आई खरीदारी से आईटी और एफएमसीजी पर कमजोरी के दबाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि जीएसटी में सुधार करने, सामान्य मानसून, ब्याज दरों में कटौती और टैक्स कटौती से खपत को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे वैल्यूएशन और ग्रोथ की संभावनाओं के बीच का गैप कम होगा। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में अर्निंग में सुधार की उम्मीदों से विदेशी निवेशक धीरे-धीरे खरीदार बन रहे हैं। इससे खपत से जुड़े शेयरों में तेजी आने की उम्मीद है।

जियोजित के वीके विजयकुमार का कहना है कि विदेशी निवेशकों ने फिलहाल अपना रूख दूसरे बाज़ारों की ओर कर लिया है। भारत और दूसरे बाज़ारों के बीच वैल्यूएशन के अंतर ने विदेशी संस्थागत निवेशकों को भारत की जगह दूसरे बाज़ारों में पैसा लगाने और उससे फायदा कमाने का मौका दिया है। जब भारत की कॉर्पोरेट आय में सुधार होने लगेगा,तो स्थितियां बदल जाएंगी। कॉर्पोरेट आय में सुधार के संकेत त्योहारी सीज़न के साथ मिलने की उम्मीद है। ऑटोमोबाइल की बुकिंग में तेज़ बढ़ोतरी की खबरें पहले ही आ चुकी हैं।

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