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Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 22 अगस्त को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Market today : FMCG, PSE और एनर्जी इंडेक्स गिरकर बंद हुए हैं। सेंसेक्स 143 प्वाइंट चढ़कर 82,001 पर बंद हुआ है। निफ्टी 33 प्वाइंट चढ़कर 25,084 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 57 प्वाइंट चढ़कर 55,755 पर बंद हुआ है। मिडकैप 222 प्वाइंट गिरकर 57,709 पर बंद हुआ है। आज निफ्टी के 50 में से 27 शेयरों में गिरावट रही

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 21, 2025 पर 4:39 PM
Market outlook : बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए 22 अगस्त को कैसी रह सकती है इसकी चाल
चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग की अमृता शिंदे का कहना है कि डेली चार्ट पर एक मज़बूत बुलिश कैंडलस्टिक नई मजबूती और तेजी का संकेत दे रहा है। निफ्टी सभी अहम मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है

Stock market : वीकली एक्सपायरी के दिन बाजार दायरे में रहा। सेंसेक्स और निफ्टी 21 अगस्त को लगातार छठे दिन बढ़त पर बंद हुए हैं। निफ्टी बैंक की फ्लैट क्लोजिंग हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दबाव देखने को मिला है। फार्मा, तेल-गैस, रियल्टी इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए हैं। FMCG, PSE और एनर्जी इंडेक्स गिरकर बंद हुए हैं। सेंसेक्स 143 प्वाइंट चढ़कर 82,001 पर बंद हुआ है। निफ्टी 33 प्वाइंट चढ़कर 25,084 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 57 प्वाइंट चढ़कर 55,755 पर बंद हुआ है। मिडकैप 222 प्वाइंट गिरकर 57,709 पर बंद हुआ है। आज निफ्टी के 50 में से 27 शेयरों में गिरावट रही। सेंसेक्स के 30 में से 15 शेयरों में तेजी दिखी। निफ्टी बैंक के 12 में से 8 शेयरों में गिरावट रही।

आज, कल की तेजी धीमी पड़ गई और निफ्टी 25,096 के आसपास थम गया। ये आज के कारोबारी सत्र के लिए निर्धारित पहला ऊपरी टारगेट था। इंडेक्स अब ऊपरी बोलिंगर बैंड के करीब मंडरा रहा है। यह एक ऐसा टेक्निकल इंडीकेटर हो जो बताता है कि आगे कंसोलीडेशन की संभावना है। इससे शॉर्ट टर्म में 25,156-25,200 के हायर टारगेट की ओर जाने का रास्ता बाधित हो सकता है। हालांकि किसी तेज गिरावट की संभावना कम ही दिख रही है। लेकिन ट्रेडरों को बाजार के नई तेजी पकड़ने से पहले 25,000-24,977 या उससे भी नीचे की गिरावट के लिए तैयार रहना होगा। अगर ऐसी गिरावट आती हैं तो यह अगली तेजी के लिए एक मज़बूत बेस बना सकती है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के वी के विजयकुमार का कहना है कि भारत और अमेरिकी बाजारों के बीच एक बड़ा अंतर बन गया है। जहां एक ओर बढ़ती महंगाई की चिंता वॉल स्ट्रीट पर दबाव बना रही है,वहीं भारतीय शेयर बाज़ारों में मज़बूती बनी हुई है। बाजार को सरकार के इकोनॉमी में सुधार के उपायों और लगातार हो रहे निवेश से सपोर्ट मिल रहा है। जुलाई में 1.55 फीसदी के निम्न स्तर पर रही रिटेल महंगाई ने एमपीसी द्वारा एक और ब्याज दर कटौती की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। हालांकि ग्लोबल अनिश्चितता के बीच आरबीआई सतर्क बना हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि महंगा वैल्यूएशन अभी भी एक चिंता का विषय बना हुआ है। लेकिन भारत की मजबूत लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टोरी को देखते हुए लार्ज-कैप शेयरों का वैल्यूएशन सही लग रहा है। वहीं, मिड-कैप शेयरों को अच्छी अर्निंग ग्रोथ का सपोर्ट मिल रहा है। लेकिन स्मॉल-कैप शेयरों में तनाव दिख रहा है, जिससे वे बाजार का सबसे जोखिम भरा जोन बन गए हैं।

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