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दक्षिण भारत में अच्छी पैठ रखने वाली कंपनियों में बनेगा पैसा, महिलाओं के पसंद वाले शेयरों पर भी रहे फोकस - सौरभ मुखर्जी

सौरभ मुखर्जी ने कहा कि हम 3 करोड़ डीमैट से आज 17 करोड़ डिमैट खातों तक पहुंच गए हैं। सरकारी कैपेक्स में थोड़ा धीमपन आया है। अच्छे नतीजे वाली कंपनियों पर बाजार पर फोकस है। सरकारी कॉन्ट्रैक्ट के दम पर कई मिडकैप शेयर काफी चले हैं। आगे मिडकैप में लार्जकैप से ज्यादा करेक्शन देखने को मिलेगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 04, 2024 पर 1:56 PM
दक्षिण भारत में अच्छी पैठ रखने वाली कंपनियों में बनेगा पैसा, महिलाओं के पसंद वाले शेयरों पर भी रहे फोकस - सौरभ मुखर्जी
आरबीआई के आकड़ों से पता चलता है कि बैंकों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के ज्यादा पैसे जमा हैं। देश में महिलाएं तमाम बड़े-बड़े पदों पर हैं। इनकी पढ़ाई लिखाई भी पुरुषों की तुलना में अच्छी है। इनके वेतन भी पुरुषों से ज्यादा हैं। ऐसे में आगे महिलाओं के पसंद वाली कंपनियों में निवेश से फायदा मिलेगा

गेट रिच विद सौरभ मुखर्जी पॉडकास्ट में डर से भरे बाजार में मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के फाउंडर और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर सौरभ मुखर्जी आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े। सौरभ मुखर्जी की राय है। कोविड के बाद से 3 साल तक बाजार खूब चला। नतीजों से अच्छे संकेत नहीं मिले हैं।Q3 और Q4 में भी नतीजे कमजोर रह सकते हैं। जियोपॉलिटिकल टेंशन और चुनाव से भी अनिश्चितता का माहौल है।बाजार का वैल्युएशन महंगा है। अर्निंग्स ग्रोथ की भी चिंता है। अक्टूबर में FIIs ने 12-13 बिलियन डॉलर बाजार से निकाले हैं। इन सब वजहों से बाजार अब तीन साल की तेजी के बाद सिक्लिकल करेक्शन के दौर में है।

आगे मिडकैप में लार्जकैप से ज्यादा करेक्शन देखने को मिलेगा

सौरभ मुखर्जी ने कहा कि हम 3 करोड़ डीमैट से आज 17 करोड़ डिमैट खातों तक पहुंच गए हैं। सरकारी कैपेक्स में थोड़ा धीमपन आया है। अच्छे नतीजे वाली कंपनियों पर बाजार पर फोकस है। सरकारी कॉन्ट्रैक्ट के दम पर कई मिडकैप शेयर काफी चले हैं। आगे मिडकैप में लार्जकैप से ज्यादा करेक्शन देखने को मिलेगा। रैली के लिहाज से स्मॉलकैप ज्यादा नहीं गिरे हैं। 3 साल में स्मॉलकैप की तेजी निफ्टी से ज्यादा रही है। ऐसे में अगले 6 महीने में स्मॉलकैप में सबसे ज्यादा करेक्शन मुमकिन है।

कमजोर क्वालिटी वाले शेयरों की रैली में निवेश करने से बचें

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