Get App

Nifty 26000 के पार, आपको निवेश बनाए रखना चाहिए या प्रॉफिट बुक करना चाहिए?

निफ्टी की फॉरवर्ड पी/ई वैल्यूएशन 20.8 गुना है, जबकि स्मॉलकैप की 23 गुना और मिडकैप की 33 गुना है। अब वैल्यूएशन बढ़ने की गुंजाइश नहीं रह जाने से अच्छे रिटर्न के बावजूद इनवेस्टर्स चिंतित दिख रहे हैं। इस बीच, नजरें दूसरी तिमाही के कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ पर है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 26, 2024 पर 4:33 PM
Nifty 26000 के पार, आपको निवेश बनाए रखना चाहिए या प्रॉफिट बुक करना चाहिए?
निफ्टी 26,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर चुका है। हालांकि, ज्यादा एक्शन मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में देखने को मिला।

स्टॉक मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक 26 सितंबर को नई ऊंचाई पर पहुंच गए। निफ्टी 26,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर चुका है। हालांकि, ज्यादा एक्शन मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में देखने को मिला। बीते एक साल में इंडियन स्टॉक मार्केट ने 32 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। लेकिन, कई सेक्टर में वैल्यूएशन आसमान में पहुंच गई है। सवाल है कि क्या आपको इस तेजी में मुनाफा बनाना चाहिए या निवेश में सावधानी बरतनी चाहिए?

मिडकैप शेयरों ने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न

इस जुलाई तक एनएसई के डेटा बताते हैं कि बाजार में घरेलू निवेश का ज्यादा असर दिखा है। हालांकि, बीते कुछ महीनों से विदेशी संस्थागत निवेशक भी पैसे लगा रहे हैं। घरेलू निवेशकों ने ज्यादा निवेश मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में लगाए हैं। बीते एक साल में Nifty Mid-Cap इंडेक्स और Small-Cap इंडेक्स का रिटर्न Nifty से ज्यादा रहा है।

निफ्टी की वैल्यूएशन मिडकैप और स्मॉलकैप से कम

सब समाचार

+ और भी पढ़ें