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Nifty Outlook: कब बनेगा निफ्टी में बॉटम? नुवामा का ये है कैलकुलेशन, इन सेक्टर्स पर लगाया दांव

Nifty Outlook: घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 ने गिरावट के मामले में 29 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब ट्रेडर्स अब यह कैलकुलेशन कर रहे हैं कि क्या अब बॉटम बन गया है? बॉटम बनने का मतलब है, निफ्टी में रिकवरी का दौर शुरू होना। जानिए इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म नुवामा का कैलकुलेशन क्या है और मौजूदा हाल में किन सेक्टर्स पर दांव लगाना सही रहेगा?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Mar 11, 2025 पर 7:36 PM
Nifty Outlook: कब बनेगा निफ्टी में बॉटम? नुवामा का ये है कैलकुलेशन, इन सेक्टर्स पर लगाया दांव
बॉटम कब तक बनेगा, इसे लेकर नुवामा का कहना है कि इसे लेकर अभी कुछ नहीं कह सकते है लेकिन बॉटम से इक्विटी मार्केट तभी निकलेगा, जब कंपनियों की कमाई ट्रैक पर आएगी या केंद्रीय बैंक दरों में तेज कटौती करते हैं।

Nifty Outlook: लगातार 55 महीने की रिकॉर्डतोड़ तेजी के बाद निफ्टी 50 (Nifty 50) ने जब फिसलना शुरू किया तो लगातार पांचवे महीने इसमें गिरावट रही। इतनी लंबी गिरावट 29 साल में पहली बार आई है। हालांकि ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का कहना है कि इतनी लंबी गिरावट के दौरान वोलैटिलिटी काफी कम रही जिससे संकेत मिल रहा है कि अभी तगड़ी बिकवाली देखनी बाकी है। ब्रोकरेज का कहना है कि बिना किसी वैश्विक खतरे के निफ्टी की यह तेज गिरावट सामान्य नहीं है और इसकी वजह मुख्य रूप से भारतीय कंपनियों की कमजोर कमाई और हाई वैल्यूएशन है।

कब बनेगा मार्केट का बॉटम?

कंपनियों की कमजोर कमाई और विदेशी निवेशकों की ताबड़तोड़ बिकवाली के चलते निफ्टी 50 रिकॉर्ड हाई से करीब 15 फीसदी टूट चुका है। हालांकि उभरते बाजारों की तुलना में भारत का वैल्यूएशन प्रीमियम अब 10 साल के औसतन लेवल है तो नुवामा का मानना है कि भारत की रेटिंग में कटौती का दौर अब खत्म हो चुका है। हालांकि ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि आरबीआई ने जो ढील दी है, उससे शॉर्ट टर्म में राहत मिल सकती है लेकिन अमेरिकी ग्रोथ में सुस्ती और राजनीतिक उथल-पुथल से गिरावट का दबाव बना हुआ है।

बॉटम कब तक बनेगा, इसे लेकर नुवामा का कहना है कि इसे लेकर अभी कुछ नहीं कह सकते है लेकिन बॉटम से इक्विटी मार्केट तभी निकलेगा, जब कंपनियों की कमाई ट्रैक पर आएगी या केंद्रीय बैंक दरों में तेज कटौती करते हैं। हालांकि वैश्विक स्तर पर बॉन्ड यील्ड्स अब भी ऊंची बनी हुई हैं, जिससे मौद्रिक नीति में राहत का प्रभाव अब तक सीमित है। नुवामा का सुझाव है कि मार्केट वापसी कब करेगा, इसे लेकर अर्निंग्स यील्ड और बॉन्ड यील्ड का फर्क अभी भी भरोसेमंद संकेतक बना हुआ है और यह अभी वापसी का संकेत नहीं दे रहा है।

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