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Nisus Finance IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, ₹180 के शेयर की धांसू एंट्री

Nisus Finance Services IPO Listing: निसुस फाइनेंस सर्विसेज कॉरपोरेट क्लाइंट्स को ट्रांजैक्शन एडवायजरी सर्विसेज, फंड और एसेट मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी और वेंचर डेट और कैपिटल सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई है। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 11, 2024 पर 10:07 AM
Nisus Finance IPO Listing: लिस्ट होते ही अपर सर्किट, ₹180 के शेयर की धांसू एंट्री
Nisus Finance Services IPO Listing: निसुस फाइनेंस सर्विसेज का ₹114.24 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-6 दिसंबर तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Nisus Finance Services IPO Listing: निसुस फाइनेंस सर्विसेज के शेयरों की आज BSE SME पर धांसू एंट्री हुईऔर लिस्ट होते ही यह अपर सर्किट पर चला गया। इसके आईपीओ को ओवरऑल 13 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 180.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज मार्केट में इसकी 225.00 रुपये पर एंट्री हुई यानी कि आईपीओ निवेशकों को 25 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Nisus Finance Services Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 236.25 रुपये (Nisus Finance Services Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 31.25 फीसदी मुनाफे में हैं।

Nisus Finance Services IPO को मिला था मिला-जुला रिस्पांस

निसुस फाइनेंस सर्विसेज का ₹114.24 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-6 दिसंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और एंप्लॉयीज के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर भी नहीं पाया था। ओवरऑल यह 192.29 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 93.84 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 451.21 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 139.78 गुना और एंप्लॉयीज का 0.90 गुना भरा था।

इस आईपीओ के तहत 101.62 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 7,00,800 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी आईएफसी गिफ्ट सिटी (गांधीनगर), डीआईएफसी-दुबई (यूएई) और एफएससी-मॉरीशस में फंड सेटअप बढ़ाने, अतिरिक्त लाइसेंस, फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज और फंड मैनेजमेंट इंफ्रा; फंड पूल बनाने के खर्चों को भरने; आरबीआई के पास रजिस्टर्ड एनबीएफसी निसुस फिनकॉर्प का कैपिटल बेस बढ़ाने के लिए उसमें निवेश; और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

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