रॉयटर्स की तरफ से फॉरेन एक्सचेंज स्ट्रैटेजिस्ट के बीच कराए गए पोल से यह निकलकर आया है कि डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया हाल में आई रिकवरी के बावजूद अगले आने वाले 3 महीने में अपने ऐतिहासिक निचले स्तरों पर जा सकता है। इस गिरावट की वजह बढ़ता व्यापार घाटा और सेफ हेवन समझे जाने वाले यूएस डॉलर की तरफ बढ़ता दुनिया भर की करेंसियों का प्रवाह है।