Rupee at Record Low: नॉन-डिलीवरेबल फारवर्ड्स डॉलर की मांग लगातार मजबूत बनी हुई है। इसके चलते रुपया आज लगाताव नवें दिन कमजोर हुआ है और लुढ़कर एक डॉलर के मुकाबले यह 85.73 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इस साल रुपया 3 फीसदी कमजोर हो चुका है और लगातार सातवें साल इसके कमजोर बने रहने के आसार दिख रहे हैं। जिस हिसाब से रुपया गिर रहा है, उससे यह महीना इसके लिए दो साल में सबसे खराब साबित होने वाला है। रुपये को नवंबर में कारोबारी घाटे ने और झटका दिया। नवंबर में में भारत का ट्रेड डेफिसिट उम्मीद से कहीं अधिक 3780 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड हाई को छू दिया। वैश्विक स्तर पर मांग कमजोर होने के चलते भारतीय निर्यात को झटका लगा जबकि आयात बढ़ गया जिससे ट्रेड डेफिसिट बढ़ा।