ऐतिहासिक आंकड़ो पर नजर डालें तो अमेरिका की मंदी भारत के लिए शुभ साबित हुई है। Marcellus Investment Managers के सौरभ मुखर्जी आज ये बात CNBC-TV18 को दिए गए एक इंटरव्यू में कही है। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका में आने वाली मंदी से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होती है। जिससे भारत का भुगतान संतुलन सुधरता है। इसके साथ ही अमेरिकी मंदी से भारत में मुद्रा लागत घटती है। ऐसे में अगर आप पिछले 40 सालों के इतिहास पर नजर डालें तो भारत में हमें कभी भी अमेरिकी मंदी के बिना स्टॉक मार्केट में तेजी देखने को नहीं मिली है।