सेबी बड़ी कंपनियों को छोटे साइज के आईपीओ पेश करने की इजाजत दे सकता है। ऐसे आईपीओ में प्रमोटर्स को कंपनी में कम हिस्सेदारी बेचनी होगी। रेगुलेटर अभी इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। इससे बड़ी और अमीर कंपनियों के लिए खुद को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट कराना आसान हो जाएगा। उन पर मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग के नियमों के पालन का बोझ नहीं होगा। रेगुलेटर इस प्रस्ताव के तहत कंपनियों को 2.5 फीसदी प्लस 2,500 करोड़ रुपये मूल्य की हिस्सेदारी बेचने की इजाजत दे सकता है।
