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SCILAL के शेयर 44.46 रुपये पर हुए लिस्ट, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से अलग होकर बनी है नई कंपनी

SCILAL Listing: शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से इसके डीमर्जर की योजना को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने फरवरी 2023 में मंजूर किया और यह 14 मार्च को लागू हुआ था। शिपिंग कॉरपोरेशन ने 1:1 के अनुपात में डिमर्जर को अंतिम रूप दिया था। इसका मतलब है कि शिपिंग कॉरपोरेशन के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के लिए नई कंपनी का एक शेयर मिला

Moneycontrol Newsअपडेटेड Mar 19, 2024 पर 1:22 PM
SCILAL के शेयर 44.46 रुपये पर हुए लिस्ट, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से अलग होकर बनी है नई कंपनी
SCILAL का गठन शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की गैर-प्रमुख संपत्तियों को अलग करने के लिए हुआ था

Shipping Corporation of India Land & Assets share Price: 'शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स (SCILAL) के शेयर मंगलवार 19 मार्च को 44.46 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। दिन के कारोबार के दौरान अभी तक स्टॉक को 46.80 रुपये से लेकर 44.46 रुपये तक कारोबार करते देखा गया है। SCILAL को हाल ही में शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) से अलग कर नई कंपनी बनाई है। इस कंपनी का बनाने का उद्देश्य SCI के नॉन-कोर एसेट्स को अलग करना था। मार्च 2022 तक के आंकड़े के मुताबिक, SCILAL को ट्रासंफर किए गए नॉन-कोर एसेट्स की वैल्यू करीब 2,392 करोड़ रुपये थी।

'शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लैंड एंड एसेट्स' के शेयर फिलहाल 'ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T)' सेगमेंट में कारोबार करेंगे। इसका मतलब है कि एक निवेशक या ट्रेडर इस शेयर को सिर्फ डिलीवरी के लिए ही खरीद सकते हैं। यानी इसका शेयर खरीदने के लिए उन्हें पूरी राशि का भुगतान करना होगा। इंट्राडे या बाय टूडे, सेल टूमारो (BTST) जैसी अन्य तकनीकें इस शेयर पर लागू नहीं होंगी।

SCILAL का गठन नवंबर 2021 में शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की गैर-प्रमुख संपत्तियों को अलग करने के लिए हुआ था। यह शिपिंग कॉर्पोरेशन में हिस्सेदारी बेचने की सरकार की रणनीति का हिस्सा थी। इसके जरिए केंद्र सरकार ने कंपनी में अपनी 63.75% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी।

शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से इसके डीमर्जर की योजना को कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने फरवरी 2023 में मंजूर किया और यह 14 मार्च को लागू हुआ था। शिपिंग कॉरपोरेशन ने 1:1 के अनुपात में डिमर्जर को अंतिम रूप दिया था। इसका मतलब है कि शिपिंग कॉरपोरेशन के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के लिए नई कंपनी का एक शेयर मिला।

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