Swiggy Listing made Crorepati: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी के शेयर आज 8% प्रीमियम पर लिस्ट होकर फिसल गए। हालांकि फिर इसने ताबड़तोड़ रिकवरी की और दिन के आखिरी में 390 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 19 फीसदी के प्रीमियम पर बंद हुआ। वहीं दूसरी तरफ स्विगी की लिस्टिंग पर इसके 70 पूर्व और मौजूदा एंप्लॉयीज को करोड़पति बन गए। हर एक एंप्लॉयीज की दौलत 1 मिलियन डॉलर यानी 8.5 करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गई और वे डॉलर मिलेनियर्स बन गए। वहीं कम से कम 500 एंप्लॉयीज की दौलत 1 करोड़ रुपये से अधिक बढ़ी है। हुंडई मोटर के 27,870 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आईपीओ के बाद स्विगी का 11327 करोड़ रुपये का आईपीओ इस साल का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था।
500 एंप्लॉयीज बने ₹1 करोड़ से अधिक दौलत के मालिक
एंप्लॉयीज स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) के तहत स्विगी के 5 हजार एंप्लॉयीज को जो शेयर मिलेंगे. उसके चलते स्विगी की लिस्टिंग पर उनकी दौलत में 9 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होगा। इसमें से 70 तो 1 मिलियन डॉलर के मालिक बन गए तो 500 की दौलत कम से कम 1 करोड़ रुपये बढ़ेगी। ESOPs (कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन) वह शेयर होते हैं जो कंपनी के एंप्लॉयीज को सैलेरी पैकेज के हिस्से के रूप में मिलता है। जितना अधिक समय कोई एंप्लॉयी कंपनी में काम करता है, उतना अधिक वे इससे मुनाफा कमा सकते हैं। हालांकि ये शेयर एक निश्चित समय के बाद कर्मचारी को मिलते हैं, जो एंप्लॉयीज को कंपनी में लंबे समय तक रहने के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें कंपनी के साथ जोड़ते हैं।
IPO से पहले इन्हें मिल गया था ESOP का फायदा
पिछले महीने मनीकंट्रोल ने खुलासा किया था कि स्विग्गी के को-फाउंडर श्रीहर्ष मजेती, नंदन रेड्डी और फणी किशन, फूड मार्केटप्लेस के सीईओ रोहित कपूर, स्विगी इंस्टामार्ट के हेड अमितेश झा, सीएफओ राहुल बोथरा, एचआर हेड गिरीश मेनन और सीटीओ मधुसूदन राव समेत कई को आईपीओ से पहले ESOPs के रूप में $20 करोड़ (1,600 करोड़ रुपये) मिले थे।