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Tata Motors Shares: टाटा मोटर्स में निवेश पर चार बड़े रिस्क, समझकर ही खरीदें शेयर

Tata Motors Shares: टाटा ग्रुप की मोटर इकाई टाटा मोटर्स के शेयर पिछले साल जुलाई के आखिरी में रिकॉर्ड हाई पर थे और उसके बाद से इसमें बिकवाली का भारी दबाव बना हुआ है। ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी को अभी भी इसमें रिकवरी के आसार नहीं दिख रहा है और चार रिस्क चिन्हित किए हैं। जानिए इन रिस्क के बारे में

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Jun 12, 2025 पर 4:03 PM
Tata Motors Shares: टाटा मोटर्स में निवेश पर चार बड़े रिस्क, समझकर ही खरीदें शेयर
स्थानीय करेंसी की मजबूती से लेकर हाई डिस्काउंट, ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी को Tata Motors में चार डाउनसाइड रिस्क दिख रहे हैं।

Tata Motors Shares: लगातार छह कारोबारी दिनों की तेजी के बाद टाटा मोटर्स के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव दिखा। लगातार छह कारोबारी दिनों में यह 4% से अधिक मजबूत हुआ था लेकिन आज बिकवाली के माहौल में यह डेढ़ फीसदी फिसल गया। पिछले साल जुलाई 2024 में यह रिकॉर्ड हाई पर था और इस हाई से यह काफी नीचे आ चुका है। हालांकि अभी रिकवरी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी ने इसे लेकर चार अहम रिस्क को लेकर आगाह किया है। शेयरों की बात करें आज बीएसई पर यह 2.89% की गिरावट के साथ ₹715.00 पर बंद हुआ है और इंट्रा-डे में यह 3.37% टूटकर ₹711.45 पर आ गया था। एक साल में बात करें तो पिछले साल 30 जुलाई 2025 को यह ₹1179.05 के रिकॉर्ड हाई पर था जिससे 9 महीने से भी समय में यह 53.98% टूटकर 7 अप्रैल 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹542.55 पर आ गया था।

Tata Motors को लेकर क्या हैं चार रिस्क?

स्थानीय करेंसी की मजबूती से लेकर हाई डिस्काउंट, ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी को टाटा मोटर्स में चार डाउनसाइड रिस्क दिख रहे हैं। ब्रोकरेज फर्म ने अपने हालिया नोट में इसे लेकर चेतावनी दी थी। पहले रिस्क की बात करें तो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ब्रिटिश स्टर्लिंग पौंड में 1% की तेजी से जगुआर लैंड रोवर के मार्जिन को 0.20% का झटका लग सकता है। दूसरा रिस्क ये है कि नए मॉडल्स के डिजाइन में किसी फॉल्ट के चलते ब्रांड की छवि और सेल्स प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा तीसरा रिस्क ये है कि अमेरिका, मेनलैंड चीन और यूरोप जैसे अहम बाजारों में उम्मीद से अधिक इंसेंटिव से भी जगुआर लैंडर रोवर के मार्जिन को झटका लग सकता है। चौथा रिस्क ये है कि रेंजरोवर की आने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कम सेल्स से इसके प्रॉफिटेबिलिटी को झटका लग सकता है।

तो पॉजिटिव क्या है टाटा मोटर्स के लिए?

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