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बाजार में बढ़ रही है धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बेहतर रिटर्न की संभावना

विशाल बिरैया ने कहा अर्थव्यवस्था में 9-10% बढ़ोतरी की उम्मीद है। अर्निंग्स पर इकोनॉमिक स्लोडाउन का असर देखने को मिला लेकिन बाजार पर US समझौते में हुई देरी का असर भी दिख रहा है। हालांकि मजबूत DII से मार्केट को सपोर्ट मिला। बहुत कम कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजे पेश कर रही है। अगला तिमाही थोड़ा बेहतर होने की उम्मीद है

Edited By: Sujata Yadavअपडेटेड Jul 26, 2025 पर 9:21 AM
बाजार में बढ़ रही है धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बेहतर रिटर्न की संभावना
र्निंग्स को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कंजम्पशन सेक्टर का इकोनॉमी ग्रोथ में 60% हिस्सा है। कंजम्पशन सेक्टर में थोड़ा स्लोडाउन है।

Share Market Outlook: कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन यानी 25 जुलाई को बाजार गिरावट रही। सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 721 प्वाइंट गिरा तो निफ्टी 225 प्वाइंट फिसलकर बंद हुआ। वहीं मिडकैप, स्मॉलकैप शेयरों में जोरदार बिकवाली रही। ऐसे में बाजार की आगे की चाल और Bandhan Infrastructure की स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए बंधन एएमसी (Bandhan AMC) VP-Equities विशाल बिरैया (Vishal Biraia) ने कहा अर्थव्यवस्था में 9-10% बढ़ोतरी की उम्मीद है। अर्निंग्स पर इकोनॉमिक स्लोडाउन का असर देखने को मिला लेकिन बाजार पर US समझौते में हुई देरी का असर भी दिख रहा है। हालांकि मजबूत DII से मार्केट को सपोर्ट मिला। बहुत कम कंपनियों के उम्मीद से बेहतर नतीजे पेश कर रही है। अगला तिमाही थोड़ा बेहतर होने की उम्मीद है। उसके बाद की तिमाही थोड़ी और बेहतर संभव है। मार्केट में कोई बड़ी गिरावट की आशंका नहीं। बाजार में धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है।

अर्निंग्स को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कंजम्पशन सेक्टर का इकोनॉमी ग्रोथ में 60% हिस्सा है। कंजम्पशन सेक्टर में थोड़ा स्लोडाउन है। सरकारी खर्च जल्दी शुरू होने से पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा। अच्छे मॉनसून से कंजम्पशन सेक्टर पर असर होगा। अच्छी बारिश से कृषि, ग्रामीण आय को फायदा होगा। टैक्स रिलीफ, स्कीम से कंजम्पशन सेक्टर को बूस्ट मिलेगा। सरकारी खर्च जल्दी शुरू होने से इंफ्रा को भी रफ्तार मिलेगा। आने वाले क्वार्टर में अर्निंग्स बेहतर हो सकती हैं। मार्केट से बेहतर रिटर्न की उम्मीद है।

इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर बात करते हुए विशाल बिरैया ने बताया कि सड़क, रेल, बिजली, पानी, घर जैसे कई स्पेस शामिल है। भारत अब भी कई क्षेत्रों में विकसित देशों से पीछे है। इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेस में निवेश की बहुत जरूरत है। 5 साल पहले इंफ्रा पर खर्च 4 लाख करोड़ रुपये था। वहीं इस साल इंफ्रा के लिए 11 लाख करोड़ रुपये का बजट है। इस सेक्टर में बेहतर रिटर्न की संभावना है। दूसरे सेक्टर्स में ग्रोथ सीमित हो सकती है, लेकिन इंफ्रा स्पेस में ज्यादा निवेश, ज्यादा मुनाफा की उम्मीद है। इंफ्रा सेक्टर में मार्केट एवरेज से बेहतर रिटर्न संभव है। वोलैटिलिटी जरूर है, लेकिन ग्रोथ भी दमदार है।

बंधन इंफ्रास्ट्रक्चर फंड? पर बात करते हुए उन्होने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर एक लंबी अवधि की थीम है। मिड से लॉन्ग टर्म में निवेश की सलाह होगी। डिफेंस सेक्टर को लेकर पॉजिटिव आउटलुक हुआ। आने वाले समय में डिफेंस स्पेस में बेहतरीन मोके मिल रहे है। पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों में निवेश मिलेगा। डिफेंस में अभी वैल्युएशन के चलते कम एक्सपोजर पर रहा। डिफेंस सेक्टर में लॉन्ग-टर्म फोकस में है।

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