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अमेरिका में मंदी आने का डर नहीं है, चीन की तुलना में भारत का बाजार ज्यादा अच्छा : स्टीफन होफर

300 अरब डॉलर एयूएम वाले एलजीटी बैंक एशिया का मानना है कि भारत अगले 5 से 10 सालों में कई स्तरों पर जोरदार ग्रोथ करता दिख सकता है। एलजीटी बैंक के स्टीफन होफर ने कहा कि ऑलटाइम हाई पर पहुंचने के बाद भारतीय बाजारों में हालिया गिरावट का कारण मुनाफावसूली है। भारत के लिए मध्यम अवधि की स्टोरी पॉजिटिव बनी हुई है

MoneyControl Newsअपडेटेड Oct 06, 2023 पर 12:37 PM
अमेरिका में मंदी आने का डर नहीं है, चीन की तुलना में भारत का बाजार ज्यादा अच्छा : स्टीफन होफर
होफर का मानना है कि भारत का आईटी सेक्टर अपने निचले स्तर के करीब है। अब यहां से इसमें तेजी शुरू हो सकती है। इसके अलावा स्टीफन होफर को निवेश के नजरिए से हेल्थकेयर सेक्टर में भी तेजी की संभावना दिख रही है

देश में इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार हो रहे सुधार और जीडीपी में बढ़त की संभावना साथ भारत के लिए मीडियम टर्म इन्वेस्टमेंट आउटलुक अच्छा बना हुआ है। अमेरिका के अगले साल मंदी में फंसने की संभावना नहीं है। हो सकता है कि ग्रोथ दर थोड़ी धीमी पड़ जाए लेकिन मंदी की स्थिति बनने की संभावना नहीं है। ये बातें एलजीटी बैंक एशिया के एमडी और चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट स्टीफन होफर ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं। इस बातचीत में स्टीफन होफर ने ग्लोबल मार्केट की स्थिति और वर्तमान व्यवस्था में भारत की स्थिति के बारे में अपनी राय साझा की है। यहां हम आपके लिए इसी बातचीत का संपादित अंश दे रहे हैं।

भारत में ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की क्षमता

भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर अपने विचार साझा करते हुए होफर ने कहा कि सही इंफ्रास्ट्रक्चर और स्केल के साथ भारत ग्लोबल मार्केट में मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अपनी पहचान बना सकता है और ग्लोबल मार्केट में एक बड़ा हिस्सा हासिल कर सकता है। दुनिया भरके निवेशक इस समय नए कारखाने लगाने के लिए चीन के विकल्प कि तलाश में। इसका फायदा भारत को मिल सकता है।

आईटी सेक्टर और हेल्थकेयर सेक्टर तेजी के लिए तैयार

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