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Muthoot Finance Shares: धमाकेदार नतीजे, फिर भी शेयर धड़ाम, 7% की गिरावट, अब क्या करें?

Muthoot Finance Share Price: मार्च तिमाही के धमाकेदार कारोबारी नतीजे के बावजूद मुथूट फाइनेंस के शेयरों में आज बिकवाली का तगड़ा दबाव दिखा। बिकवाली की आंधी में इसके शेयर करीब 8 फीसदी टूट गए। हालांकि ब्रोकरेज फर्मों के मुताबिक इसे निवेश के मौके के तौर पर देखना चाहिए। जानिए कि इसके शेयर आज क्यों टूटे और ब्रोकरेजेज इसे लेकर बुलिश क्यों हैं?

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड May 15, 2025 पर 3:46 PM
Muthoot Finance Shares: धमाकेदार नतीजे, फिर भी शेयर धड़ाम, 7% की गिरावट, अब क्या करें?
Muthoot Finance Shares: गोल्ड फाइनेंसिंग कंपनी मुथूट फाइनेंस के लिए मार्च तिमाही धमाकेदार रही। इसके बावजूद आरबीआई के लोन-टू-वैल्यू (LTV) से जुड़े नियमों के एक मसौदे पर शेयर फिसल गए।

Muthoot Finance Shares: गोल्ड फाइनेंसिंग कंपनी मुथूट फाइनेंस के लिए मार्च तिमाही धमाकेदार रही। इसके बावजूद आरबीआई के लोन-टू-वैल्यू (LTV) से जुड़े नियमों के एक मसौदे पर शेयर फिसल गए। आज बीएसई पर यह 6.84 फीसदी की गिरावट के साथ 2108.00 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 7.87 फीसदी फिसलकर 2084.60 रुपये के भाव तक आ गया था। मुथूट फाइनेंस के कारोबारी नतीजे बुधवार को इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद आया था। इसके शेयरों की आगे की चाल को लेकर एनालिस्ट्स का रुझान मिला-जुला है। कारोबारी नतीजे की बात करें तो मार्च तिमाही में सालाना आधार पर इसका स्टैंडएलोन प्रॉफिट 42.75 फीसदी उछलकर ₹1507.84 करोड़ पर पहुंच गया।

मुथूट फाइनेंस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए गोल्ड लोन का गाइडेंस 15 फीसदी पर स्थिर रखा है और अब इसका रिव्यू इस तिमाही के आखिरी में की जाएगी। मैनेजमेंट का कहना है कि गोल्ड लोन का मार्केट बढ़ रहा है और आरबीआई के जो दिशा-निर्देश हैं, वह गोल्ड की कीमतों में उछाल के चलते नए प्लेयर्स पर असर डालेगा क्योंकि पुरानी कंपनियां तो पहले से ही नियमों का पालन कर रही हैं।

Muthoot Finance पर क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?

मुथूट फाइनेंस को कवर करने वाले 25 एनालिस्ट्स में से 17 ने इसे खरीदार, 6 मे होल्ड और 2 ने सेल रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने इसे ₹2,660 के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि गोल्ड की ऊंची कीमतें संभावित रूप से एलटीवी से जुड़े सख्त नियमों से होने वाले नुकसान को कम करेंगी और हेल्दी ग्रोथ को बढ़ावा देंगी। इसके अलावा जेफरीज के मुताबिक रेपो रेट में कटौती से भी इसे फायदा मिलना चाहिए। बर्न्स्टीन ने भी इसे ₹2500 के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि ब्याज से नेट इनकम सुस्ती पड़ी है लेकिन क्रेडिट लागत में तेज गिरावट ने एसेट्स पर रिटर्न (RoA) को 5.8% पर बनाए रखने में मदद की है।

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