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मार्केट की इस गिरावट में आपको निराश होने की जरूरत नहीं है, आपके लिए तो रास्ता बिल्कुल साफ है

सेंसेक्स और निफ्टी पिछले साल सितंबर के अपने ऑल-टाइम हाई से 12 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। मिडकैप सूचकांक इस दौरान करीब 17 फीसदी टूटा है, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 21 फीसदी गिरावट आई है। कुछ सेक्टर्स और स्टॉक्स में इससे ज्यादा गिरावट आई है

Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 21, 2025 पर 2:47 PM
मार्केट की इस गिरावट में आपको निराश होने की जरूरत नहीं है, आपके लिए तो रास्ता बिल्कुल साफ है
यील्ड जब से बढ़नी शुरू हुई है तब से विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) इंडियन मार्केट्स में करीब 3 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं।

इंडियन मार्केट्स करीब 5 महीनों से गिर रहा है। सितंबर 2024 में सेंसेक्स और निफ्टी ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गए थे। तब से दोनों सूचकांक 12 फीसदी से ज्यादा गिर चुके हैं। मिडकैप सूचकांक इस दौरान करीब 17 फीसदी टूटा है, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 21 फीसदी गिरावट आई है। कुछ सेक्टर्स और स्टॉक्स में इससे ज्यादा गिरावट आई है। पावर सेक्टर पर गिरावट की सबसे ज्यादा मार पड़ी है। पावर कंपनियों के स्टॉक्स अपने पीक से 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं।

इन सेक्टर्स में बड़ी गिरावट

ऑयल एंड गैस (Oil & Gas), रियल्टी और कैपिटल गुड्स (Realty and capital Goods) स्टॉक्स में करीब 25-30 फीसदी गिरावट आई है। BSE में लिस्टेड हर 3 कंपनियों से दो के स्टॉक्स अपने पीक से 25-50 फीसदी तक गिरे हैं। इस गिरावट ने निवेशकों को निराश किया है। खासकर नए इनवेस्टर्स इस गिरावट से ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि उन्होंने अब तक बेयर मार्केट को नहीं देखा था। ज्यादा प्राइस पर शेयरों में निवेश करने वाले इनवेस्टर्स बुरा फंसे हैं। सवाल है कि क्या बाजार अपने निचले स्तर पर पहुंच गया है या अभी और गिरावट आने वाली है?

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