Christmas 2024: भारत सहित दुनिया भर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। बच्चे और बड़े दोनों ही इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
बेसिलिका ऑफ बोम जीसस, गोवा: बेसिलिका ऑफ बोम जीसस चर्च भारत के गोवा में स्थित है। 1594 चर्च को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता भी प्राप्त है। इस चर्च सेंट फ्रांसिस जेवियर की डेड बॉडी रखी गई है। यहां पर क्रिसमस पर की रात को भव्य तरीके से प्रार्थना सभा, कैरोल गायन का आयोजन किया जाता है। (Photo Credit- Social Media)
सांता क्रूज बेसिलिका, कोच्चि: केरल के कोच्चि में स्थित सैंटा क्रूज बैसिलिका चर्च को पुर्तगाली शैली में 1505 में बनाया गया था। इस चर्च की वास्तुकला बेहद खूबसूरत है, इसमें कुल 42 रंगीन खिड़कियां हैं। क्रिसमस के दिन यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। (Photo Credit- Social Media)
सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित सेंट पॉल कैथेड्रल को गोथिक वास्तुकला में बनाया गया है। यह चर्च पूर्वी भारत के सबसे महत्वपूर्ण चर्चों में से एक है। क्रिसमस के दिन यहां पर भव्य समारोह आयोजित किए जाते हैं। चर्च को पूरी तरह से सजाया जाता है। (Photo Credit- Social Media)
सेंट फ्रांसिस चर्च, कोच्चि: केरल के कोच्चि शहर का सेंट फ्रांसिस चर्च भारत में सबसे पुराना यूरोपीय चर्च माना जाता है। इस चर्च को 1503 में बनाया गया था। इसमें मूल रूप से वास्को दा गामा के अवशेष रखे गए थे। यहां क्रिसमस के दिन का माहौल काफी सरल लेकिन गहन आध्यात्मिक होता हैं, जिसमें पारंपरिक भजन और मोमबत्तिया जलाई जाती हैं। (Photo Credit- Social Media)
सेंट थॉमस कैथेड्रल बेसिलिका, चेन्नई: तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित सेंट थॉमस कैथेड्रल बेसिलिका चर्च दुनिया के केवल तीन बेसिलिका में से एक है। यह चर्च सेंट थॉमस की कब्र पर बनाया गया है। बेसिलिका का क्रिसमस समारोह एक भव्य आयोजन है, जिसमें मध्यरात्रि में गंभीर प्रार्थना सभा, कैरोल गायन का आयोजन होता है। (Photo Credit- Social Media)
सेंट थॉमस सिरो-मालाबार चर्च, पलायूर: केरल के पलायूर शहर का सेंट थॉमस सिरो-मालाबार चर्च को भारत में पहला ईसाई चर्च माना जाता है। इसको 52 ईस्वी में बनाया गया था। यह प्राचीन स्थल यीशु के एक प्रेषित सेंट थॉमस से जुड़ा हुआ है। क्रिसमस के दौरान, स्थानीय समुदाय जीवंत जुलूसों में भाग लेता है, जो इसे एक अनूठा अनुभव बनाता है। (Photo Credit- Social Media)
चर्च ऑफ लेडी ऑफ रोजरी, ओल्ड गोवा: चर्च ऑफ लेडी ऑफ रोजरी चर्च का निर्माण चूने के पत्थर से किया गया है। इसका निर्माण पुर्तगालियों ने करवाया था। क्रिसमस के दिन यहां काफी संख्या में भीड़ होती है। यह चर्च गोवा के चर्चों और कॉन्वेंट के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का एक हिस्सा है। (Photo Credit- Social Media)