नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनआईएएल), जिसे आमतौर पर जेवर हवाई अड्डा कहा जाता है, का पहला ट्रायल रन नौ दिसंबर को हुआ। यह महत्वाकांक्षी परियोजना 2025 में पूर्ण रूप से कार्यान्वित हो जाएगी, और यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। (IMAGE SOURCE:aviationa2z
उत्तर प्रदेश में स्थित यह हवाई अड्डा स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक नया केंद्र बनेगा। इस एयरपोर्ट के उद्घाटन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे नोएडा से सीधे देश-विदेश में यात्रा कर सकें। (image source: aviationa2z)
यह हवाई अड्डा अपने स्थान की वजह से भी खास है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और नोएडा के लोगों को यह हवाई यात्रा के लिए एक सुविधाजनक विकल्प प्रदान करेगा। (image source: aviationa2z)
जेवर हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर कस्बे से लगभग 7 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। दिल्ली से इसकी नजदीकी इसे और भी महत्वपूर्ण बनाती है। यह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यातायात के दबाव को कम करेगा और यात्रा को और बेहतर बनाएगा। (image source: aviationa2z)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हवाई अड्डे के टिकटों की कीमत किफायती रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है। सब्सिडी के तहत सरकार टिकट की कीमतों में 15-20% तक की कमी कर सकती है, जिससे आम जनता के लिए हवाई यात्रा सुलभ हो जाएगी। (image source: google)
2025 में जब यह हवाई अड्डा शुरू होगा, तब प्रारंभिक चरण में यहां से 60 उड़ानें संचालित होंगी। इनमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्य शामिल होंगे। प्रारंभ में, ज्यूरिख, सिंगापुर, और दुबई के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की पुष्टि की गई है। (image source: aviationa2z)
जेवर हवाई अड्डे से उड़ानें 17 अप्रैल 2025 से शुरू होंगी। पहले चरण में 25 घरेलू और 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चलेंगी। टिकटों की बुकिंग फरवरी 2025 से शुरू होने की संभावना है।(image source: aviationa2z)
जेवर हवाई अड्डा देश का पहला हवाई अड्डा होगा जिसमें छह रनवे होंगे। यह भारत का सबसे बड़ा और आधुनिक हवाई अड्डा बनेगा, जो हवाई यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।(image source: aviationa2z )