स्टॉक मार्केट में टैक्स की दर कम की जाती है तो निवेशकों की जेब में ज्यादा पैसे बचेंगे। जिससे इनकम टैक्स कलेक्शन में भी तेजी होगी.
अपडेटेड Jan 22, 2022 पर 03:54रतन टाटा के निधन को एक साल हो चुके हैं। इस एक साल में देश के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक, टाटा ग्रुप के कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट देखी गई है। टाटा ग्रुप की कुल 23 कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध है। इन सभी कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू पिछले साल 9 अक्टूबर को 33.57 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब घटकर ₹26.39 लाख करोड़ पर आ गया है। यानी करीब 21 प्रतिशत की गिरावट। रतन टाटा के निधन के बाद यह गिरावट कई सवाल खड़े कर रही है। क्या यह उनके जाने का असर है, या फिर इसके पीछे हैं कुछ और बड़े आर्थिक कारण? चलिए, पूरी रिपोर्ट में समझते हैं।
अपडेटेड Oct 09, 2025 पर 20:44अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 नवंबर से सभी चीनी सामानों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की। यह कदम चीन की रेयर अर्थ मिनरल्स पाबंदी के जवाब में है। इससे दोनों देशों के व्यापारिक तनाव के बढ़ने की आशंका है।
अपडेटेड Oct 11, 2025 पर 22:54Yes Bank Share: यस बैंक का मार्केट कैप 75300 करोड़ रुपये है। इस साल सितंबर में जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदी थी। बैंक जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे 18 अक्टूबर को जारी करने वाला है
अपडेटेड Oct 11, 2025 पर 19:48आपके मन में भी ये सवाल हैं तो ब्रोकेरज फर्म Axis Capital की ये रिपोर्ट आपके लिए खास हो सकती है। ब्रोकरेज ने दिवाली के शुभ मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए नौ दमदार स्टॉक्स की लिस्ट जारी की है। एक्सिस कैपिटल का कहना है कि इन स्टॉक्स में अगले 12 महीनों में 23% तक रिटर्न की संभावना है। इस लिस्ट में कोटक महिंद्रा बैंक, शैलेट होटल्स, केईसी इंटरनेशनल जैसे नाम शामिल हैं, जो अपनी मजबूती और ग्रोथ पोटेंशियल की वजह से चुने गए हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि इस बार लार्जकैप से ज्यादा फोकस मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर है। तो आइए जानते हैं एक्सिस कैपिटल की दिवाली स्टॉक्स की पूरी लिस्ट और इन शेयरों की खासियत
अपडेटेड Oct 10, 2025 पर 19:12रतन टाटा के निधन को एक साल हो चुके हैं। इस एक साल में देश के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक, टाटा ग्रुप के कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट देखी गई है। टाटा ग्रुप की कुल 23 कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध है। इन सभी कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू पिछले साल 9 अक्टूबर को 33.57 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब घटकर ₹26.39 लाख करोड़ पर आ गया है। यानी करीब 21 प्रतिशत की गिरावट। रतन टाटा के निधन के बाद यह गिरावट कई सवाल खड़े कर रही है। क्या यह उनके जाने का असर है, या फिर इसके पीछे हैं कुछ और बड़े आर्थिक कारण? चलिए, पूरी रिपोर्ट में समझते हैं।
अपडेटेड Oct 09, 2025 पर 20:44अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 नवंबर से सभी चीनी सामानों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की। यह कदम चीन की रेयर अर्थ मिनरल्स पाबंदी के जवाब में है। इससे दोनों देशों के व्यापारिक तनाव के बढ़ने की आशंका है।
अपडेटेड Oct 11, 2025 पर 22:54Yes Bank Share: यस बैंक का मार्केट कैप 75300 करोड़ रुपये है। इस साल सितंबर में जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदी थी। बैंक जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे 18 अक्टूबर को जारी करने वाला है
अपडेटेड Oct 11, 2025 पर 19:48आपके मन में भी ये सवाल हैं तो ब्रोकेरज फर्म Axis Capital की ये रिपोर्ट आपके लिए खास हो सकती है। ब्रोकरेज ने दिवाली के शुभ मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए नौ दमदार स्टॉक्स की लिस्ट जारी की है। एक्सिस कैपिटल का कहना है कि इन स्टॉक्स में अगले 12 महीनों में 23% तक रिटर्न की संभावना है। इस लिस्ट में कोटक महिंद्रा बैंक, शैलेट होटल्स, केईसी इंटरनेशनल जैसे नाम शामिल हैं, जो अपनी मजबूती और ग्रोथ पोटेंशियल की वजह से चुने गए हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि इस बार लार्जकैप से ज्यादा फोकस मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स पर है। तो आइए जानते हैं एक्सिस कैपिटल की दिवाली स्टॉक्स की पूरी लिस्ट और इन शेयरों की खासियत
अपडेटेड Oct 10, 2025 पर 19:12रतन टाटा के निधन को एक साल हो चुके हैं। इस एक साल में देश के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक, टाटा ग्रुप के कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट देखी गई है। टाटा ग्रुप की कुल 23 कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध है। इन सभी कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू पिछले साल 9 अक्टूबर को 33.57 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब घटकर ₹26.39 लाख करोड़ पर आ गया है। यानी करीब 21 प्रतिशत की गिरावट। रतन टाटा के निधन के बाद यह गिरावट कई सवाल खड़े कर रही है। क्या यह उनके जाने का असर है, या फिर इसके पीछे हैं कुछ और बड़े आर्थिक कारण? चलिए, पूरी रिपोर्ट में समझते हैं।
अपडेटेड Oct 09, 2025 पर 20:44