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अमेरिकी फेड के खिलाफ बैंक पहुंचे कोर्ट, ये है पूरा मामला

अमेरिकी फेड के खिलाफ एक मामला कोर्ट पहुंच चुका है। अमेरिकी बैंकों और कारोबारियों के एक ग्रुप ने मंगलवार को खुलासा किया कि अमेरिकी फेड के स्ट्रेस टेस्टिंग फ्रेमवर्क को चुनौती देने के लिए उन्होंने इसके खिलाफ मुकदमा किया है। अमेरिकी बैंकर्स एसोसिएशन और यूएस चेम्बर ऑफ कॉमर्स जैसे ग्रुप्स ने कहा कि यह मुकदमा लंबे समय से अटके कानूनी उल्लंघनों को सुलझाने की कोशिश हैं

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 25, 2024 पर 4:14 PM
अमेरिकी फेड के खिलाफ बैंक पहुंचे कोर्ट, ये है पूरा मामला
अमेरिकी फेड ने सालाना स्ट्रेस टेस्ट में बड़े बदलाव की योजना का खुलासा किया ताकि प्रक्रिया अधिक पारदर्शी हो सके और परिणाम में भी कम उतार-चढ़ाव दिखे।

अमेरिकी फेड के खिलाफ एक मामला कोर्ट पहुंच चुका है। अमेरिकी बैंकों और कारोबारियों के एक ग्रुप ने मंगलवार को खुलासा किया कि अमेरिकी फेड के स्ट्रेस टेस्टिंग फ्रेमवर्क को चुनौती देने के लिए उन्होंने इसके खिलाफ मुकदमा किया है। अमेरिकी बैंकर्स एसोसिएशन और यूएस चेम्बर ऑफ कॉमर्स जैसे ग्रुप्स ने कहा कि यह मुकदमा लंबे समय से अटके कानूनी उल्लंघनों को सुलझाने की कोशिश हैं। उनका यह ऐलान अमेरिकी फेड के ऐलान के एक दिन बाद किया जिसमें अमेरिकी फेड ने बड़े अमेरिकी बैंकों से जुड़े सालाना स्ट्रेस टेस्ट में बड़े बदलाव की योजना की बात कही।

US Fed के खिलाफ मुकदमा क्यों?

अमेरिकी फेड ने सालाना स्ट्रेस टेस्ट में बड़े बदलाव की योजना का खुलासा किया ताकि प्रक्रिया अधिक पारदर्शी हो सके और परिणाम में भी कम उतार-चढ़ाव दिखे। बैंक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (BPI) ने भी इसके खिलाफ ओहिया के एक फेडरल कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले के पांच वादी समूहों में से एक बीपीआई के प्रेसिडेंट ग्रेग बायर ने कहा कि पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर पहले कदम के रूप में बोर्ड के ऐलान की वह प्रशंसा करते हैं लेकिन इंडस्ट्रीज के कानूनी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए इस मुकदमे को दायर करना आवश्यक है ताकि उनके विकल्प खुले रहें।

अमेरिकी फेड के बोर्ड की योजना स्ट्रेस टेस्ट के दौरान बैकों के घाटे और रेवेन्यू के अनुमान से जुड़े मॉडल के खुलासे और पब्लिक कमेंट मंगाए जाने से जुड़ा प्रस्ताव लाने का है। इसमें पूंजी की जरूरतों में साल-दर-साल बदलाव को कम करने के लिए स्ट्रेस टेस्ट से निकले दो साल के रिजल्ट को एवरेज करने और अंतिम रूप से तय होने से पहले आम लोगों की प्रतिक्रियाएं मंगाने का प्रस्ताव शामिल है। अमेरिकी फेड इस पर अगले साल 2025 में जल्द से जल्द अमल करना चाहता है

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