नेशनल एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) ने जनवरी-मार्च तिमाही में तीन कंपनियों से जुड़े कुल 21,349 करोड़ के बैड लोन का अधिग्रहण किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 24 जुलाई को संसद में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
नेशनल एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) ने जनवरी-मार्च तिमाही में तीन कंपनियों से जुड़े कुल 21,349 करोड़ के बैड लोन का अधिग्रहण किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 24 जुलाई को संसद में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
ये बैड लोन जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड ( (Jaypee Infratech Limited), एसएसए इंटरनेशनल लिमिटेड ( SSA International Limited) और हीलियस फोटो वोलटैक लिमिटेड (Helios Photo Voltaic Limited) से हासिल किए गए। मंत्रालय के मुताबिक, 17 जुलाई, 2023 तक इन खातों में कोई रिकवरी नहीं हुई थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि एक और कंपनी एसपीएमएल इंफ्रा लिमिटेड (SPML Infra Limited) के 1,994.90 करोड़ के कर्ज के अधिग्रहण के लिए लेंडर्स ने मंजूरी दी है और सरकारी गारंटी के लिए भी सैद्धांतिक तौर पर अनुमति मिल गई है।
सीतारमण का यह भी कहना था कि बैड लोन की रिकवरी के लिए सरकार और रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं। इन कदमों की वजह से पिछले पांच फाइनेंशियल ईयर में कमर्शियल बैंक 7.16 लाख करोड़ रुपये के लोन की रिकवरी करने में सफल हुए हैं। NARCL की स्थापना जुलाई 2021 में 'बैड बैंक' के तौर की गई थी। इसका मकसद कमर्शियल बैंकों के बैड लोन को खत्म करने में मदद मुहैया कराना है।
इस बैंक की अधिकांश हिस्सेदारी पब्लिक सेक्टर के बैंकों के पास है, जबकि कुछ हिस्सेदारी प्राइवेट बैंकों की भी है। नशनल एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड की खास बात यह है कि इसके द्वारा बैड लोन को प्राप्त करने के लिए जारी की गई सिक्योरिटी रिसीट को भारत सरकार की गारंटी हासिल होगी।
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