Get App

Business Idea: इस फल की खेती से करें ताबड़तोड़ कमाई, सरकार दे रही है 75% सब्सिडी

Business Idea Papaya farming: पपीते की फसल को नकदी फसल के रूप में गिना जाता है। इसकी खेती के जरिए किसान लाखों रुपये महीना कमा सकते हैं। इस चमत्कारी फल के चौतरफा फायदों को देखते हुये बिहार राज्य सरकार की ओर से किसानों को पपीता की खेती के लिए 75 फीसदी तक सब्सिडी मुहैया कराई जा रही है

Jitendra Singhअपडेटेड May 04, 2024 पर 6:57 AM
Business Idea: इस फल की खेती से करें ताबड़तोड़ कमाई, सरकार दे रही है 75% सब्सिडी
Business Idea: भारत में पपीता की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। यह फल 100 मर्जों का सिंगल इलाज है।

अगर आप खेती के जरिए बंपर कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी नकदी फसल के बारे मे बताएंगे, जिसके खराब होने के बेहद कम चांस है। यह ऐसी फसल है, जिसे कच्चा या पका दोनों तरीके से बेच सकते हैं। आज हम आपको पपीता की खेती (Papaya Farming) के बारे में बता रहे हैं। उत्तर भारत में पपीता मार्च-अप्रैल महीने में लगने लगते हैं। पपीता को करका पपाया भी कहा जाता है। इसमें अत्यधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाने के चलते इसके बिजनेस में बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है।

पूरी दुनिया में करीब 60 लाख टन पपीता का उत्पादन होता है। जिसमें से करीब 30 लाख टन पपीता का उत्पादन भारत में होता है। पपीता उत्पादन के मामले भारत पूरी दुनिया में सबसे आगे है। इसके अलावा ब्राजील, मैक्सिको, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, चीन, पेरू, थाइलैंड और फिलीपींस में भी पपीता का उत्पादन होता है। घरेलू उत्पादन का सिर्फ 0.8 फीसदी हिस्सा एक्सपोर्ट किया जाता है। जबकि बाकी खपत देश के भीतर की जाती है।

पपीते के फायदे

आम के बाद पपीता में विटामिन A सबसे ज्यादा पाया जाता है। यह कोलेस्ट्रोल, शुगर और वजन घटाने में मदद करता है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी दर्द कम करता है। पपीते में पाया जाने वाला एंजाइम पपेन में सबसे ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसकी मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस फल को खाने के अलावा च्विंगम, कॉस्मेटिक्स, फार्मा इंडस्ट्री आदि के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। देश में पपीता के लिए दिल्ली और मुंबई सबसे बड़े मार्केट हैं। इसके अलावा जयपुर, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद हैं. गुवाहाटी, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रायपुर, बड़ौत और जम्मू के बाजारों में आवक अच्छी खासी है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें