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Business Idea: कम पैसे लगाकर शुरू करें पेपर स्ट्रॉ का बिजनेस, हर महीने होगी अंधाधुंध कमाई

Business Idea: सिंगल यूज प्लास्टिक के बंद होने के बाद पेपर स्ट्रॉ के बिजनेस में तेजी आई है। दिनों दिन पेपर से बनी चीजों की डिमांड बढ़ती जा रही है। बाजार में अब पेपर स्ट्रॉ मैन्युफैक्चरिंग एक बड़ा बिजनेस बन रहा है। पेपर स्ट्रॉ के लिए कच्चे माल की भी जरूरत होती है। इसकी यूनिट लगाकर हर महीने बंपर कमाई कर सकते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 27, 2025 पर 6:51 AM
Business Idea: कम पैसे लगाकर शुरू करें पेपर स्ट्रॉ का बिजनेस, हर महीने होगी अंधाधुंध कमाई
Business Idea: कोल्ड ड्रिंक, नारियल पानी, लस्सी या कोई अन्य पेय पदार्थ पीते हैं तो उसके लिए स्ट्रॉ का इस्तेमाल किया जाता है

अगर आप कम खर्च में अपना बिजनेस (business) शुरू करने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको एक शानदार बिजनेस आइडिया के बारे में बता रहे हैं। इसे आप कम खर्च में स्टार्ट कर सकते हैं। स्‍थानीय बाजार में भी बेचकर हर महीने अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। यह पेपर स्ट्रॉ मेकिंग (Paper Straw Making) का बिजनेस है। भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने के बाद इस बिजनेस में तेजी आई है। बाजार में पेपर स्ट्रॉ की बढ़ती मांग की वजह से इसकी मैन्युफैक्चरिंग एक बड़ा बिजनेस बनता जा रहा है। ऐसे में Paper Straw मेकिंग बिजनेस एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इससे लाखों में कमाई कर सकते हैं।

बता दें कि भारत सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) पर 1 जुलाई 2022 से बैन लगा दिया है। जिससे बाजार से प्लास्टिक की वस्तुएं गायब हो रही हैं। उनमें से एक प्लास्टिक स्ट्रॉ है। जिसकी मांग पेय पदार्थो के लिए बहुत अधिक होती है। सरकार के इस फैसले से प्लास्टिक स्ट्रॉ (Plastic Drinking Straw) की जगह पर पेपर स्ट्रॉ (Paper Straws) की मांग में इजाफा हुआ है।

पेपर स्ट्रॉ का बिजनेस कैसे करें शुरू?

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) पेपर स्ट्रॉ यूनिट पर एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, Paper Straw बनाने का बिजनेस शुरू करने से पहले सरकार से अप्रूवल और रजिस्ट्रेशन की जरूरत होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए GST रजिस्ट्रेशन, उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन (वैकल्पिक), प्रोडक्ट के ब्रांड नाम की जरूरत पड़ सकती है। इतना ही नहीं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से NOC जैसे बेसिक चीजों की जरूरत पड़ेगी। स्थानीय नगरपालिका प्राधिकरण से व्यापार लाइसेंस लेना पड़ेगा।

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