सरकार ने कंज्यूमर्स के हितों की रक्षा करने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ‘डार्क पैटर्न’ के इस्तेमाल को बैन कर दिया है। कंपनियां या कारोबारी डार्क पैटर्न के जरिए ग्राहकों को धोखा देने या उनके पसंद को प्रभावित करने की कोशिश करते है, जिसे रोकने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। सेंट्रल प्रोटेक्शन कंज्यूमर अथॉरिटी (CCPA) ने 30 नवंबर को इस संबंध में गाइडलाइन जारी किया है, जिसका नाम "गाइडलाइन फॉर प्रिवेंशन एंड रेगुलेशन ऑफ डार्क पैटर्न" है।