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Dark Patterns : डिजिटल कॉमर्स कंपनियों की झांसेबाजी पर सख्त हुई सरकार, कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय ने बुलाई बैठक

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री की अध्यक्षता में ये बैठक होगी। इस बैठक में कई फूड, फार्मेसी, यात्रा, सौंदर्य प्रसाधन, खुदरा, वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियां भाग लेंगी। साथ ही कई लिस्टेड कंपनियां भी शामिल होंगी। सरकार ने डार्क पैटर्न पर पिछले साल गाइडलाइन जारी की थी। हाल में ही सरकार ने उबर को इस मुद्दे पर नोटिस भी जारी किया है

MoneyControl Newsअपडेटेड May 28, 2025 पर 3:24 PM
Dark Patterns : डिजिटल कॉमर्स कंपनियों की झांसेबाजी पर सख्त हुई सरकार, कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय ने बुलाई बैठक
डार्क पैटर्न एक तरह का यूजर इंटरफेस होता है जो इस तरह से डिजाइन किया जाता है जिससे कंपनी का फायदा हो सके

Dark Patterns : ई-कॉमर्स, एविएशन और कैब एग्रीगेटर्स के डार्क पैटर्न पर कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय ने सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक बुलाई है। इस बैठक में सरकार, कंपनियों से ग्राहकों के साथ पारदर्शिता बरतने के निर्देश देगी। इस खबर पर ज्यादा डिटेल देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि डिजिटल कामर्स कंपनियों के डार्क पैटर्न पर सरकार सख्त हो गई है। इस मुद्दे पर कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय द्वारा आज बुलाई गई बैठक में अमेजन, फ्लिपकार्ट और Meesho के अधिकारी शामिल होंगे। इसमें MakeMyTrip, पेटीएम, ओला, ऊबर के अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में सरकार ग्राहकों के साथ पारदर्शिता बरतने के निर्देश देगी।

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री की अध्यक्षता में ये बैठक होगी। इस बैठक में कई फूड, फार्मेसी, यात्रा, सौंदर्य प्रसाधन, खुदरा, वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियां भाग लेंगी। साथ ही कई लिस्टेड कंपनियां भी शामिल होंगी।

सरकार ने डार्क पैटर्न पर पिछले साल गाइडलाइन जारी की थी। हाल में ही सरकार ने उबर को इस मुद्दे पर नोटिस भी जारी किया है। कैब एग्रीगेटर कंपनियां एडवांस टिप की मांग रख रही हैं।

क्या है डार्ट पैटर्न?

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