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Fixed Deposit: बैंक की सेविंग स्कीम में निवेश करने से बेहतर हैं पोस्ट ऑफिस की योजनाएं, जानिए कैसे

Post Office Fixed Deposit: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले साल समय-समय पर रेपो रेट बढ़ाने के बाद ज्यादातर सभी बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू कर दिया। यही कारण था कि ज्यादा लोग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश एक अच्छे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन की तहत देख रहे थे। बैंक पिछले साल मई से एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 22, 2023 पर 4:00 PM
Fixed Deposit: बैंक की सेविंग स्कीम में निवेश करने से बेहतर हैं पोस्ट ऑफिस की योजनाएं, जानिए कैसे
पोस्ट ऑफिस अलग-अलग टर्म डिपॉजिट पर 6.8 से 7.5 फीसदी के बीच ब्याज देते हैं।

Post Office Fixed Deposit: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले साल समय-समय पर रेपो रेट बढ़ाने के बाद ज्यादातर सभी बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों को बढ़ाना शुरू कर दिया। यही कारण था कि ज्यादा लोग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश एक अच्छे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन की तहत देख रहे थे। बैंक पिछले साल मई से एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। डाकघर (Post Office) भी सेविंग के कई ऑप्शन देता है। वह भी एफडी की तरह कंपिटिटिव ब्याज दर दे रहा है। ऐसे में यह तय करना मुश्किल हो सकता है कि बैंकों में टर्म डिपॉजिट बेहतर है या डाकघरों में। एक नजर डालते हैं कि बैंक और पोस्ट ऑफिस की एफडी में क्या अंतर है और पैसा निवेश करने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

ब्याज दर

पोस्ट ऑफिस अलग-अलग टर्म डिपॉजिट पर 6.8 से 7.5 फीसदी के बीच ब्याज देते हैं। दूसरी ओर बैंक एफडी में एक समान ब्याज दर नहीं होती है। अलग-अलग बैंक एफडी योजनाओं पर अलग-अलग ब्याज दर देता है। ये रिटर्न डाकघरों की एफडी की तुलना में अधिक हो सकते हैं।

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