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होम लोन लेकर घर खरीदें या किराए पर रहें, दोनों में से किसमें है ज्यादा फायदा?

कई लोगों का मानना है कि अगर नौकरी के दौरान व्यक्ति हम लोन लेकर घर खरीदता है तो रिटायर होने से पहले उसके पास होम लोन का पैसा चुकाने के लिए पर्याप्त समय होता है। इससे रिटायरमेंट के बाद वह अपने घर में रहने का सुख उठाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 28, 2025 पर 5:46 PM
होम लोन लेकर घर खरीदें या किराए पर रहें, दोनों में से किसमें है ज्यादा फायदा?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोग घर की EMI की तुलना उसके रेंट से करते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। आम तौर पर घर की EMI उसके रेंट के तीन गुना से ज्यादा होती है।

इंडिया में घर खरीदना व्यक्ति की सफलता का पैमाना माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति ने एक से ज्यादा घर खरीदा है तो फिर समाज को उसकी सफलता के बारे में किसी तरह का संदेह नहीं रह जाता है। कई लोगों का मानना है कि अगर नौकरी के दौरान व्यक्ति हम लोन लेकर घर खरीदता है तो रिटायर होने से पहले उसके पास होम लोन का पैसा चुकाने के लिए पर्याप्त समय होता है। इससे रिटायरमेंट के बाद वह अपने घर में रहने का सुख उठाता है। लेकिन, पिछले कुछ सालों में इस पारंपरिक सोच को चुनौती मिलती दिख रही है।

EMI की तुलना रेंट से नहीं की जा सकती

एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोग घर की EMI की तुलना उसके रेंट से करते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। आम तौर पर घर की EMI उसके रेंट के तीन गुना से ज्यादा होती है। हां यह सही है कि धीरे-धीरे EMI और रेंट के बीच का फर्क घटने लगता है। 15-20 बाद EMI और रेट एक बराबर हो जाता है। लेकिन, इस 15-20 के दौरान EMI का लगातार पेमेंट करना एक बड़ी प्रतिबद्धता है। अगर किसी वजह से EMI पर डिफॉल्ट होता है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। आपको क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा। इससे आपको भविष्य में किसी तरह का लोन मिलने में दिक्कत आएगी।

 घर खरीदने पर आ सकती हैं ये दिक्कतें

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