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ITR Filing 2025: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए AIS क्यों जरूरी है?

AIS में ऐसी कई अतिरिक्त जानकारियां होती हैं, जो फॉर्म 26एएस में नहीं होती है। इसमें सेविंग्स अकाउंट्स से इंटरेस्ट, डिविडेंड, रेंट अमाउंट, सिक्योरिटीज/अचल संपत्ति, फॉरेन रेमिटेंस आदि शामिल होते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड May 26, 2025 पर 2:26 PM
ITR Filing 2025: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए AIS क्यों जरूरी है?
अगर आपको ऐसा लगता है कि AIS में कोई गलत जानकारी है तो उसे ठीक कराया जा सकता है।

इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) फाइल करने की अंतिम तारीख नजदीक आ रही है। अगर आप चाहते हैं कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में कोई गलती न हो तो आपको अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। रिटर्न फाइल करने से पहले आपके पास सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स होने चाहिए। सबसे पहले फॉर्म 26एएस और एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट (एआईएस) डाउनलोड करना जरूरी है। सवाल है कि आईटीआर फाइलिंग के लिए ये दोनों डॉक्युमेंट्स क्यों जरूरी हैं?

एआईएस में कौन-कौन सी जानकारियां शामिल होती हैं?

Form 26AS को टैक्स क्रेडिट स्टेटमेंट कहा जा सकता है। इसमें प्रॉपर्टी की खरीद, ज्यादा वैल्यू के फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट और TDS/TCS ट्रांजेक्शंस शामिल होते हैं। AIS में कई अतिरिक्त जानकारियां होती हैं। इसमें सेविंग्स अकाउंट्स से इंटरेस्ट, डिविडेंड, रेंट अमाउंट, सिक्योरिटीज/अचल संपत्ति, फॉरेन रेमिटेंस आदि शामिल होते हैं। इन दोनों डॉक्युमेंट्स से ट्रांजेक्शन यह पता चलता है कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान टैक्सपेयर्स के क्या-क्या ट्रांजेक्शंस हैं। अगर दोनों डॉक्युमेंट्स में कोई ऐसा ट्रांजेक्शन है, जो उसका नहीं है तो इस गलती को ठीक कराया जा सकता है।

ऐसे डाउनलोड कर सकते हैं AIS

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